
अलीगढ़। इगलास तहसील के संविदा कर्मी ने ऐसा कारनामा किया, जिसे जानकर अफसरों के होश उड़ गए। संविदा कर्मी ने डीएम से तहसीलदार तक के हस्ताक्षर बनाकर चारागाह की 16 बीघा जमीन का सौदा कर दिया। तीन लाख रुपये के एवज में उसने यह जमीन गौशाला समिति के नाम कर दी। मौके पर गौशाला भी बन गयी, लेकिन शिकायत ने पूरे फर्जीवाड़े से पर्दा उठा दिया। एसडीएम ने आरोपी कर्मचारी को गिरफ्तार कर दिया है।
16 बीघा जमीन गौशाला के नाम
इगलास तहसील से महज दो किमी दूर गांव मोहनपुर में चारागाह की जमीन है। इसमें 16 बीघा जमीन को तहसील के संविदा कर्मी विपिन कुमार ने फर्जीवाड़ा कर श्रीकृष्ण ब्रजवासी गौशाला सेवा समिति के नाम कर दी। फर्जी पत्रावली के आधार पर एक साल में जमीन पर गौशाला भी बन गयी। जिसमें गाय भी पल रही हैं। पांच अप्रैल को गांव के शीशपाल पुत्र रामपाल ने डीएम से इसकी शिकायत की। शिकायत की जांच हुई तो पूरा मामला खुल गया। जमीन के सारे कागजात फर्जी निकले।
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अफसरों के बनाए फर्जी हस्ताक्षर
जांच में पता चला कि संविदा कर्मी विपिन कुमार ने फर्जी पत्रावली तैयार करने के लिए तहसीलदार, एसडीएम, एडीएम से लेकर डीएम तक के हस्ताक्षर खुद बनाए थे। आरोपी विपिन कुमार तहसील में बतौर कम्प्यूटर ऑपरेटर मानदेय पर कार्य कर रहा था। आरोपी तहसील के सामने दर्शन नगर मोहल्ले का रहने वाला है।
आरोपी कर्मचारी गिरफ्तार
मामला खुलने के बाद एसडीएम राम सूरत पांडे ने गुरुवार एसडीएम ने खुद विपिन को बुलाकर गिरफ्तार कराया। इस मामले में राजस्व निरीक्षक श्योदान सिंह की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गयी है। वहीं एसडीएम ने उक्त जमीन को खरीदने वाले व्यक्ति के खिलाफ भी कार्रवाई कराने की बात कही है।
Published on:
13 Apr 2018 12:53 pm
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