
पंचांग के अनुसार हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का पावन पर्व मनाया जाता है। गणेश महोत्सव का पर्व चतुर्थी तिथि से प्रारंभ होकर अगले 10 दिनों तक चलता है। वहीं अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश को विदा किया जाता है। इस बार उदया तिथि के आधार पर 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी का व्रत रखा जाने वाला है। ऐसी मान्यता है कि गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा को नहीं देखना चाहिए, इससे श्राप लगता है। वहीं गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की मूर्ति स्थापना शुभ मुहूर्त में ही करनी चाहिए।
बन रहा है ये अद्भुत संयोग
गणेश चतुर्थी पर लगभग 300 साल बाद अद्भुत संयोग बन रहा है। इस बार गणेश चतुर्थी पर ब्रह्म योग और शुक्ल योग जैसे योग बन रहे हैं।
हिंदू धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूज्य देवता और बुद्धि, सुख-समृद्धि और विवेक का दाता माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार गणेश जी का जन्म भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि, स्वाति नक्षत्र और सिंह लग्न में दोपहर में हुआ था। अगर आप घर पर भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना करने जा रहे हैं तो दोपहर के शुभ मुहूर्त में करना होता है।
गणेश चतुर्थी तिथि लेकर अनंत चतुर्दशी तक विधि-विधान के साथ गणेश जी की पूजा उपासना की जाती है। गणेश जी की पूजा करने से जीवन में आने वाली सभी तरह की बाधाएं दूर हो जाती हैं और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
Published on:
17 Sept 2023 06:50 pm
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