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JNU छात्र नेता ने AMU आकर असम को देश से अलग करने की धमकी दी, वीडियो वायरल, देशद्रोह का मुकदमा, पुलिस दिल्ली रवाना

छात्र नेता शरजील इमाम ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim university) आकर असम (Assam) को देश से अलग करने की धमकी दी।

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अलीगढ़। जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के छात्र नेता शरजील इमाम ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim university) आकर असम (Assam) को देश से अलग करने की धमकी दी। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल (Video Viral) होने के बाद पुलिस सक्रिय हुई। जांच में वीडियो सही पाया गया। इसके बाद अलीगढ़ पुलिस ने शरजील इमाम के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा पंजीकृत किया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दिल्ली रवाना हो गई है।

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क्या कहा छात्र नेता ने
नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी धरने में जेएनयू छात्र नेता शरजील 16 जनवरी को अलीगढ़ आया था। यहां आकर उसने कहा- ‘हमारे पास संगठित लोग हों तो हिन्दुस्तान को असम से अलग कर सकते हैं। असम को काटना हमारी जिम्मेदारी है। असम व हिन्दुस्तान अलग हो जाएंगे, तभी ये लोग हमारी बात सुनेंगे। वक्त आ गया है कि गैर मुस्लिमों को बोलो हमारा समर्थन करना है, तो हमारी शर्तों पर आकर करो, हमारी शर्तों पर खड़े नहीं हो सकते तो हमदर्द नहीं हो, बिहार में आए दिन बड़ी-बड़ी रैलियां होती रहती हैं, कन्हैया कुमार की रैली उदाहरण है, उसकी रैली में 5 लाख लोग एकत्रित हुए। अगर हमारे पास 5 लाख लोग प्रायोजित हों तो हम उत्तर पूर्व को भारत से स्थायी रूप से कट कर सकते हैं। अगर हम उत्तरपूर्व को स्थाई रूप से हिन्दुस्तान से अलग नहीं कर सकते, तो कम से कम महीने दो महीने के लिए बाधित कर सकते हैं। रेल पटरियों और सड़कों को इतना मवाद डालो की उनको साफ करने में एक दो महीने लगें। असम को हिन्दुस्तान से काटना हमारी जिम्मेदारी है, असम और हिंदुस्तान कटकर अलग हो जाए तभी यह हमारी बात सुनेंगे। असम मैं सीएए और एनआरसी लागू हो चुका है, लोगों को पकड़कर डिटेंशन सेंटरों में डाला जा रहा है। असम में कत्लेआम चल रहा है। आने वाले 6 महीने में आपको पता चलेगा कि असम में सभी बंगालियों को मार दिया गया है।वह हिन्दू हो या मुसलमान, हमें असम की मदद करनी है। हमें असम का रास्ता फौज और रसद सप्लाई के लिए बंद करना होगा और हम बंद कर सकते हैं क्योंकि चिकन नेक्स मुस्लिम बाहुल्य आबादी वाला क्षेत्र है। कन्हैया जैसे नेता वहां जाएंगे और इंकलाब का नारा लगवा कर लौट आएंगे। लड़ाई होगी हमारी कौम की और नेता के रूप में चेहरा होगा इनका, यह सिर्फ फोटो खिंचवा कर चले आएंगे, इस प्रकार से एक भी प्रोडक्टिव चीज नहीं निकली है। अब नेता भी हमारा होगा, एक बात ध्यान रखिए कि जब आपको पता है कि अब अवाम गुस्से में हैं तो उसका सही उपयोग करने की जिम्मेदारी सियासतदान, रिसर्च स्कॉलर और साफ़ियों की है। एक चीज और हमारी समझ में आई है अभी तक लोगों को जागरूक करने की ताकत उन्हीं लोगों के कंट्रोल में है जो भारत राष्ट्र की पूजा करते हैं या लेफ्ट हो चाहे कांग्रेस हो या अन्य हो, यह हमारे कंट्रोल में ऐसे आएगा कि हम मुस्लिम बुद्धिजीवियों का ग्रुप बनाएं और आपस में इस बात पर बहस ना हो कि मैं बड़ा हूं।

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शाहीन बाग का नहीं, अलीगढ़ का वीडियो
यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसी वीडियो पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने कहा कि शाहीन बाग में देश को बांटने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि मीडिया इस वीडियो को शाहीन बाग का बता रही है। इस मामले में अलीगढ़ पुलिस ने जांच की तो यह अलीगढ़ का निकला। एमयू छात्रों के बीच शरजील ने यह बात कही थी।

देशद्रोह का मुकदमा दर्ज
इस बारे में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने बताया कि शरजील इमाम नाम का एक युवक यूनिवर्सिटी में 16 जनवरी को आया था। यहां आकर उसने आपत्तिजनक बयानबाज़ी के साथ ही देश को तोड़ने जैसी बातें अपनी वीडियो में की थीं। वीडियो की सच्चाई जानने के बाद शरजील इमाम के विरुद्ध देशद्रोह की धारा में मुकदमा पंजीकृत कराया जा रहा है। साथ ही इस मामले में आरोपी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस शरजील को गिरफ्तार करेगी। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध प्रदर्शन के बीच यह पहला मुकदमा है जो देशद्रोह की धारा में दर्ज किया गया है।

इनपुटः अर्जुन देव वार्ष्णेय