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Big action: योगी सरकार में बड़ी कार्यवाही चार जेल कर्मियों को नौकरी से हटाया ,मचा हडकंप

-जेल से लगातार जुड़ रहे थे अपरधियों के तार -जेल की सलाखों के पीछे से चलता है खेल

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प्रयागराज | नैनी सेंट्रल जेल से लगातार आ रही शिकायतों के बाद जेल प्रशासन ने बड़ी कार्यवाही की है। सेन्ट्रल जेल में माह भर में दो बार बड़ी छापेमारी के बाद कार्यवाही की गई । नौकरी के प्रति लापरवाह रवैया रखने वाले चार जेल कर्मचारियों को अनिवार्य सेवा निवृत्ति दे दी गई है। इस कार्रवाई से जेल कर्मियों में हड़कम्प मचा हुआ है। योगी सरकार ने पचास साल की आयु पूरी करने वाले लापरवाह कर्मचारियों को जबरन रिटायर करने का आदेश दिया था।

मुख्यमंत्री योगी के आदेश के अनुपालन में डीआईजी जेल प्रयागराज परिक्षेत्र बी आर वर्मा की अध्यक्षता में एक स्क्रीनिंग कमेटी गठित की गई है। जिसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद तीन बंदी रक्षकों और एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई है। नैनी जेल में चरवाहा पद पर तैनात विक्रम सिंह, हमीरपुर जेल के हेड वार्डर राम मूरत सिंह और वार्डर रवि शंकर मिश्र को जहां जबरन रिटायर कर दिया गया है। वहीं बांदा जेल में तैनात महिला वार्डर रश्मि सोनकर को भी अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई है। गौरतलब है कि स्क्रीनिंग कमेटी ने इन कर्मचारियों के सेवाकाल के दौरान मिले दंड और प्रतिकूल प्रविष्टि को समय से पहले रिटायर करने का आधार बनाया है।

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इसके साथ ही नौकरी के दौरान अधिकारियों के साथ अभद्र व्यवहार करने और अपने कार्य व जिम्मेदारी के प्रति उदासीन रहने को भी इस कार्रवाई के लिए आधार बनाया गया है। डीआईजी जेल बी आर बर्मा की अध्यक्षता में गठित चार सदस्यीय स्क्रीनिंग कमेटी में नैनी के वरिष्ठ जेल अधीक्षक एच बी सिंह जेलर प्रतापगढ़ आर पी चौधरी जेलर बांदा आर के सिंह और जेलर महोबा भोलानाथ मिश्रा शामिल थे। डीआईजी जेल के मुताबिक इस बड़ी कार्रवाई के जेल के कर्मचारियों के बीच सख्त संदेश जायेगा।

दरअसल लगातार यूपी की जेलों से बंदियों के कारनामे सामने आ रहे थे जिसमे जेल कर्मियों की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही थी । देवरिया जेल से बाहुबली अतीक अहमद के कारनामे ने सूबे की सरकार को हिला दिया था । उसके बाद नैनी जेल से दारु पार्टी की फोटो वायरल होने के बाद ही एक महिला से फोंन पर बात करते हुए एक अपराधी की फोटो वायरल हुई ।जिससे जेल प्रशासन सवालों के घेरे में रहा दस दिन पूर्व नैनी जेल में छापेमारी के दौरान जिला प्रशासन को भारी मात्रा में प्रतिबंधित समाग्री मिली वही दस दिनों बाद जेल गांजा सहित फिर अन्य सामग्री बरामद हुई थी । सलाखों कजे पीछे चल रहे को समाप्त करने की ओर जेल प्रशासन का यह बड़ा कदम माना जा रहा है।