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यूपी में पहली बार रिमोट बम से हुआ था मंत्री पर जानलेवा हमला , परिवार को न्याय का इंतज़ार

  मंत्री पर हमले का आरोपी बाहुबली विधायक संत बनकर रह रहा था, एसटीएफ ने किया था गिरफ्तार

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first time remote bomb attack on a UP cabinet minister

यूपी में पहली बार रिमोट बम से हुआ था मंत्री पर जानलेवा हमला , परिवार को न्याय का इंतज़ार

प्रयागराज| यूपी की सियासत में अपराध और राजनीति दोनों का गठजोड़ समय-समय पर उजागर होता रहा है। बीते दिनों प्रयागराज में 23 बरस बाद समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक जवाहर पंडित हत्याकांड में जिला न्यायालय से एक बड़ा फैसला आया जिसमें भाजपा के पूर्व विधायक समेत पूर्व सांसद समेत एमएलसी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। पूर्व विधायक हत्याकांड में सजा होने के बाद जिले में हुए मंत्री बम कांड को लेकर भी उनके समर्थकों सहित परिजनों को भी न्याय की उम्मीद जगी है।10 जुलाई 2010 को तत्कालीन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर रिमोट बम से हमला किया गया था। बम कांड ने सूबे की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती को हिला दिया था

मौके पर हुई थी मौत
बसपा सरकार में तत्कालीन कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी अपने घर से मंदिर जा रहे थे । तभी स्कूटर में रखे आरडीएक्स से रिमोट का प्रयोग करके उन पर जानलेवा हमला हुआ था।यह हमला नंदी के घर शहर के बहादुरगंज इलाके में हुआ था। इस हमले में राकेश मालवीय नाम के व्यक्ति की मौके पर मौत हो गई थी।जबकि शहर के वरिष्ठ पत्रकार विजय प्रताप सिंह ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था।कहा जाता है कि आरडीएक्स और रिमोट बम का पहली बार जिले में इस्तेमाल हुआ था ।इस हमले में नंदी बुरी तरह से घायल हुए थे महीनों नंदी को अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा था ।

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संत बनकर रहा रहा था बाहुबली
इस हमले के बाद एसटीएफ ने प्रदेश भर में जरायम की दुनियां से जुड़े लोगो को रडार पर लिया और सैकड़ों लोगों से पूछतांछ की गई। हमले में पुलिस ने इस मामले में ज्ञानपुर के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा व चाका ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा समेत आनंद शांडिल्य सहित अन्य को आरोपी बनाया गया था । इस मामले में ढाई लाख के इनामी आनंद शांडिल्य उर्फ़ राजेश पायलट को मुंबई एयरपोर्ट से एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था । जबकि मुख्य आरोपी बनाए गए बाहुबली विधायक विजय मिश्रा को एसटीएफ ने उस समय गिरफ्तार किया जब वह सन्यासी का वेश धारण कर दिल्ली में रह रहे थे।

नेपाल से आया था आरडीएक्स
इस हाईप्रोफाइल बम कांड में पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि विजय मिश्रा और दिलीप मिश्रा के कहने पर आनंद शांडिल्य ने नेपाल के रास्ते आरडीएक्स लाकर रिमोट कंट्रोल से स्कूटी उड़ाया था। इस बम कांड के बाद मायावती अधिकारियों को कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए थे । इसके बाद पुलिस ने एक दर्जन से अधिक लोगों को इसमें आरोपी बनाया था । विधायक विजय मिश्रा के रिश्तेदारों के खिलाफ कार्रवाई हुई थी। इस मामले में जिन्होंने आरोपियों को शरण दी थी उन सब को पुलिस ने उठाया था ।इस हाई प्रोफाइल मामले में कई सालों तक आरोपी जेल में बंद थे । इस बीच जेल में बंद सूटर राजेश पायलट को नैनी जेल के हाई प्रोफाइल बैरक में रखा गया । जहां उस पर कैंची से हमला हुआ था । जिसके बाद उसको बुलन्दशहर की जेल में शिफ्ट किया गया। वही 2018 को बुलंदशहर जेल में आनंद शांडिल्य को ब्रेन हैमरेज हुआ और दिल्ली में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

न्याय का इंतज़ार
मामला अभी भी अदालत में है विजय मिश्रा और दिलीप मिश्रा जमानत पर बाहर है । शहर की महापौर और नंद गोपाल गुप्ता नंदी की पत्नी अभिलाषा गुप्ता नंदी कहती हैं कि हमें अदालत की कार्परवाई पर भरोसा है एक दिन हमें न्याय मिलेगा जो भी लोग इसमें शामिल थे उन सबको इसकी सजा मिलेगी। उन्होंने कहा की आज भी वो दिन एक बुरे सपने जैसा है जिसे याद करके डर जाते है । लेकिन भगवान ने हमारा साथ दिया और जीवन बच गया ।