
घरों या व्यावसायिक भवनों में आग लगने पर कैसे करें बचाव, मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने दी जानकारी
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अग्निकांड की घटनाओं का सिलसिला जारी है। गर्मी के दिनों में तेज धूप होने की वजह से आग लगने की संभावना अधिक थी। लेकिन अब बारिश के दिनों में इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट की वजह से अग्निकांड की घटनाएं बढ़ गईं है। देखा जा रहा है कि पिछले दिनों जितने भी भवनों में आग की घटनाएं घाटी है वह जिडेंशियल हो, चाहे व्यावसायिक, या हॉस्पिटल यदि इनमें आग लगती है तो कारण शॉर्ट सर्किट ही मुख्य कारण रहता है। इसीलिए मुख्य अग्निशमन अधिकारी डॉक्टर आरके पांडेय ने अग्निकांड की घटनाएं होने पर बचाव के लिए प्रमुख उपाय की जानकारी दी है।
आग से बचाव के उपाय
1- सबसे पहले भवन में अग्निशमन उपकरणों को कार्यशील रखें।
2- भवन में इलेक्ट्रिक वायरिंग का सेफ़्टी आडिट विधुत सुरक्षा विभाग से वर्ष में एक बार करा लें और निर्देशानुसार पुराने वायरों को बदल दे।
3- भवनों में ईजी मार्क उपकरणों का इस्तेमाल करें।
4- अग्निकांड की घटनाएं होने का मुख्य कारण पहले के बने मकानों में इलेक्ट्रिक लोड कैपिसिटी कम थी आज कल आधुनिकरण होने के कारण से एसी, कंप्यूटर, कूलर और मशीन घरों में लग गईं है। ऐसे में पुराने वायर पर भी लोड बढ़ जाता हैं इसलिए शॉर्ट सर्किट हों जाता हैं। ऐसे में अच्छे वायर लगाना भी जरूरी होता है।
5:- प्रयागराज के जनता से अपील है कि अपने भवनों के इलेक्ट्रिक वायरिंग सेफ्टी आडिट विधुत सुरक्षा विभाग से अवश्य करा लें और अपने जनजीवन और संपति की रक्षा करें।
शार्ट सर्किट मुख्य कारण
प्रयागराज के मुख्य अग्निशमन अधिकारी डॉ. आरके पाण्डेय ने कहा कि प्रयागराज में जितनी भी अग्नि कांड की घटनाएं घटी है वह सभी ज्यादातर शार्ट सर्किट की वजह से हुई है। इसीलिए जनपद और प्रदेश के लोग से अपील है कि आग लगने या फिर उससे बचने के लिए प्रमुख बातों का ध्यान देना चाहिए।
Published on:
28 Jul 2022 09:13 pm
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