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Narendra Giri Death: बमुश्किल दस्तखत करने वाले महंत ने कैसे लिखा 12 पन्ने का सुसाइड नोट? मौत की जांच सीबीआइ से कराने की तैयारी

Narendra Giri Death Case Update -अखाड़ा परिषद ने मौत से परदा हटाने को हाइकोर्ट में दाखिल की याचिका

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narendra giri death case latest update

लखनऊ. Narendra Giri Death Case Update - अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने खुदकुशी की या फिर उनकी हत्या की गयी। इस रहस्य से पर्दा हटाने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार मामले की सीबीआइ जांच के लिए गृहमंत्रालय को पत्र लिखने की तैयारी में है। खुलासे के लिए एसआईटी भी गठित की गई है। महंत के राज में महंत की मौत का मामला गरमा गया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने मामले की सीबीआइ जांच के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। सवाल उठ रहे हैं कि महंत नरेंद्र गिरि बमुश्किल अपने हस्ताक्षर कर पाते थे, फिर उन्होंने आखिर छह पन्ने का सुसाइड नोट कैसे लिख डाला। आखिर उन्हें किस खुलासे का डर था या किसका दबाव था जिसकी वजह से उन्होंने फांसी लगाने का विकल्प चुना।

आधा दर्जन हिरासत में
मंहत की मौत के मामले की जांच के लिए के लिए योगी सरकार ने एक टीम गठित कर दी है। एडीजी प्रेम प्रकाश और मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। महंत के गनर अजय कुमार सिंह समेत आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। इन सभी से पूछताछ की जा रही है।

कॉल डिटेल खंगाल रही पुलिस
पुलिस को महंत के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाल रही है। मौत से 6 से 10 घंटे पहले जिन-जिन से बातचीत हुई है, उन सभी से पूछताछ की जाएगी। महंत ने मौत से पहले अंतिम कॉल हरिद्वार में की थी।

आनंदगिरि के खिलाफ एफआईआर
महंत के प्रमुख शिष्य और कथित उत्तराधिकारी आनंदगिरि को हरिद्वार से गिरफ्तार कर प्रयागराज लाया गया है। जार्ज टाउन थाने में उनके उनके खिलाफ नामजद 306 के तहत एफआईआर दर्ज हुई है। एफआईआर में आद्या तिवारी और संदीप तिवारी का नाम नहीं है। सुसाइड नोट में इन दोनों के नाम का भी जिक्र था। सूत्रों के म इस बीच मठ की ओर से कहा गया है कि महंत का अंतिम संस्कार बुधवार को किया जाएगा। पंचक की वजह से मंगलवार को महंत का पोस्टमार्टम नहीं किया गया।

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दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएंगे: सीएम योगी
प्रयागराज पहुंचकर सीएम योगी ने महंत को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर उन्होंने कहा, नरेंद्र गिरि की मौत के मामले की जांच जारी है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।

इन पांच सवालों का जवाब तलाश रही पुलिस
सवाल-1
-कैसे लिखा 12 पन्नों का सुसाइड नोट?
महंत के करीबी फूलचंद दुबे के अनुसार महाराज को लिखना नहीं आता था, वह सिर्फ लेटर पैड पर अपना नाम लिखते थे। ऐसे में उन्होंने 12 पन्नों का सुसाइड नोट कैसे लिखा? महंत आमंत्रित पत्र और लेटर लिखवाते थे। बाद में वह सिर्फ हस्ताक्षर करते थे।

सवाल-2
कौन कर रहा था महंत को ब्लैकमेल?
वे कौन लोग थे जो महंत नरेंद्र गिरि को ब्लैकमेल कर रहे थे। क्या उनके शिष्यों के पास महंत के कुछ आपत्तिजनक वीडियो थे?
-क्या इन वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी गयी। सुसाइड नोट में महंत ने कुछ वीडियो का जिक्र किया है।

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सवाल-3
पुलिस के आने के पहले फंदे से क्यों उतारा शव?
-एक दिन पहले महंत का रस्सी मंगाना। पुलिस के पहुंचने से पहले कमरे का दरवाजा तोडऩा। रस्सी काटकर शव को नीचे उतारना। सवाल उठाता है, क्या इस मामले में कोई अंदर का आदमी शामिल था?

सवाल-4
आत्महत्या को किसने मजबूर किया?
महंत किसी के दबाव में नहीं आते थे। उनकी पहुंच सरकारों तक थी। मुख्यमंत्री से वह सीधे बात करते थे। फिर ऐसा कौन था जो उन पर दवाब बना रहा था?

सवाल-5
आनंद गिरि घटना के दिन क्यों था शहर के बाहर?
-सुसाइड नोट में आनंद गिरि का जिक्र है। वह हरिद्वार से गिरफ्तार हुआ है। वह प्रयागराज से बाहर क्यों गया था।


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