
Police arrest 10 Minor Students in Matter of bomblast outside school
स्कूली छात्रों के बीच गैंगवार की घटनाओं को आपने फिल्मों में देखा होगा। मगर, प्रयागराज के स्कूल में यह घटना सत्य कर दी गई है। संगमनगरी में स्कूली लड़के बकायदा गैंग बनाकर एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं वो भी बम से। पिछले दिनों प्रयागराज की कई घटनाओं के बाद पुलिस ने छानबीन की तो स्कूली गैंग तांडव, रामदल, माया और इमोर्टल के बारे में पता चला। कई लड़के भी गिरफ्तार किए गए। ये शहर के हाई स्कूल और इंटरमीडिएट के छात्रों के गिरोह, या व्हाट्सएप ग्रुप के नाम हैं, जो पिछले तीन महीनों में विभिन्न स्कूलों के बाहर कम से कम छह बम विस्फोट की घटनाओं में शामिल पाए गए हैं। पुलिस का कहना है कि वर्चस्व स्थापित करने या उनके बीच चल रहे युद्ध को जीतने के लिए बम फेंके गए। इस तरह की आखिरी घटना 22 जुलाई को हुई थी। पुलिस ने कॉन्वेंट स्कूल के 11 छात्रों को पकड़ा है जिनमें 10 नाबालिग हैं। गिरफ्तारी के बाद सभी को कोर्ट में पेश किया और फिर उन्हें नैनी जेल व बाल सुधार गृह भेज दिया गया।
देशी बम, दो स्कूटी और 10 मोबाइन बरामद
छात्रों के कब्जे से दो स्कूटी, 10 मोबाइल और देशी बम बरामद हुआ है। एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बालिग अभियुक्त सुधांशु मिश्रा को मीडिया के सामने पेश किया। बताया कि वह बिशप जानसन स्कूल (बीजेएस) में 12वीं का छात्र है। बेली कालोनी का रहने वाला है और इमोर्टल गैंग का सदस्य हैं। इस गैंग में ब्वायज हाईस्कूल (बीएचएस) और महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर के कई छात्र शामिल हैं, जिसमें से 10 को गिरफ्तार किया गया है। इसी गैंग के छात्रों ने अलग-अलग स्कूल के गेट पर बमबाजी करके दहशत फैलाई थी। बमबाजी का उद्देश्य विरोधी गैंग तांडव और माया पर प्रभाव जमाते हुए उन्हें कमजोर दिखाना था।
सोशल मीडिया से सीखा बम बनाना
पुलिस के अनुसार, छात्रों ने ऑनलाइन वीडियो और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से बम बनाना सीखा। पुलिस का कहना है कि उन्होंने अपने समूह के वर्चस्व को साबित करने के लिए न केवल तीन प्रमुख कॉन्वेंट स्कूलों के गेट के बाहर देसी बम फेंके, बल्कि इस कृत्य के वीडियो भी सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिए।
Published on:
29 Jul 2022 04:41 pm
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