प्रयागराजPublished: Oct 06, 2019 04:25:08 pm
प्रसून पांडे
रावण से मानते है अपने पूर्वजों का रिश्ता
यहां रावण के जन्मोत्सव से शुरू होती है राम लीला ,दशहरे में नही होता रावण दहन
प्रयागराज। धर्म नगरी प्रयागराज में रामलीला का मंचन वर्षों पुरानी परंपरा के अनुसार शहर के अलग-अलग हिस्सों में किया जाता है। लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि प्रयागराज में ही होने वाली एक ऐसी रामलीला जो राम जन्म से नहीं बल्कि रावण के जन्मोत्सव के साथ शुरू होती है। बता दें कि दशहरे के पहले दिन शहर के कटोरे में भव्य रावण बारात निकलती है जो सैकड़ों वर्षों की परंपरा के मुताबिक होती है। यहां सात दिनों तक रामलीला का मंचन होता है। लेकिन इस रामलीला में रावण का वध नहीं किया जाता है ,न ही रावण का दहन होता है।