Umesh Pal Murder Case: मास्टरमाइंड शाइस्ता नहीं भाग पाएगी विदेश, जानें क्या है प्लान
नियाज अहमद ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि उमेश पाल की हत्या अतीक के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। इसलिए उसने ऑपरेशन की कमान अपनी बीबी शाइस्ता को सौंपी थी। कमान मिलने के बाद शाइस्ता शूटरों के साथ मीटिंग करती थी। इस वारदात के ठीक पहले और बाद में भी सभी शूटर शाइस्ता के घर इकट्ठा हुए थे। वारदात के बाद शाइस्ता ने इन सभी को नए मोबाइल फ़ोन, सिम कार्ड और कैश देकर भागने में मदद की। जब खुद पर इनाम घोषित हुआ तो फरार हो गई।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, शाइस्ता परवीन का नाम इससे पहले किसी भी हत्याकांड में सामने नहीं आया था। शाइस्ता ने 5 जनवरी 2023 को बसपा की सदस्यता प्रयागराज में ली। साथ ही बसपा के टिकट से मेयर की उम्मीदवारी की तैयारी करने लगी। बसपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद शाइस्ता परवीन ने भाषण भी दिया था। तब शाइस्ता परवीन ने कहा था कि उनका पूरा परिवार हमेशा से बहन जी के साथ रहा है। उन्होंने कहा था कि उनके साथ न्याय होगा।
पुलिस के अनुसार, अब तक शाइस्ता का कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं था। इसलिए पुलिस को भी उसके ऊपर शक नहीं हो रहा था। शाइस्ता ने इसी का फायदा उठाया और ऑपरेशन का ने नेतृत्व किया।
कर्बला ऑफिस से हुई नियाज की गिरफ्तारी
बता दें कि प्रयागराज में पुलिस ने बीते दिनों चकिया स्थित अतीक के जिस घर पर बुलडोजर चलवा दिया था। इस दौरान अतीक अहमद के ऑफिस से 9 देशी विदेशी हथियार के अलावा करीब 75 लाख रूपये बरामद हुए थे। पुलिस को सूचना मिली थी कि अतीत गैंग के लोगों ने और उसके परिवार के सदस्यों ने अपने असलहे और कैश को खंडहर हो चुके दफ्तर में छिपाकर रखा है।” आशंका जाहिर की जा रही है कि उमेश पाल की हत्या में प्रयुक्त असलहे यहीं छिपाकर रखे गए थे।
अतीक का खास है नियाज
सूत्रों के अनुसार, कर्बला ऑफिस से पकड़े गए मोहम्मद सजद और नियाज अतीक के बहुत करीबी हैं। इनकी साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद और बरेली जेल में बंद उसके भाई अशरफ से सीधी बात होती थी। इस वारदात में भी इन दोनों को ही उमेश पाल की की ज़िम्मेदारी मिली थी। सजद उमेश के घर के बगल में ही धूमनगंज इलाके में रहता था। अब पुलिस पता करने की कोशिश कर रही है कि इनके पास लाखों रुपये कहां से आए और इनका क्या करना था?