प्रचार के दौरान भी लोगों ने दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों को एनसीआर की वजह से हो रही परेशानी के बारे में बताया था। अगर अलवर को एनसीआर से बाहर किया जाता है तो यहां के विकास को पंख लगेंगे। एनसीआर की बंदिशों के कारण अलवर के विकास में बाधा हो रही थी।
पेट्रोल-डीजल महंगा, नए वाहन खरीदना भी जेब पर पड़ता है भारी
एनसीआर में शामिल होने के बाद अलवरवासियों को महंगा पेट्रोल व डीजल खरीदना पड़ रहा है। प्रदूषण को देखते हुए अलवर में बीएस-6 मॉडल के वाहन ही पंजीकृत होते हैं, जो अन्य वाहनों के मुकाबले महंगे हैं। इसी तरह औद्योगिक विकास भी अटका हुआ है। कुल मिलाकर एनसीआर में शामिल होने के बाद अलवर को खास फायदा नहीं हुआ।