
बहरोड़ उप परिवहन कार्यालय पर दलालों का दबदबा, खुलेआम पैसे दो और बिना टेस्ट दिए लाइसेंस ले जाओ
बहरोड़. सरकार ने दलालों से मुक्ती दिलाने के लिए चालक लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया को ऑनलाइन किया था। लेकिन मिलीभगत का खेल कर इसको भी बेअसर कर दिया है। नियमों के हिसाब से यदि ऑनलाइन फार्म भर कर या आप उप परिवहन कार्यालय में लाइसेंस बनवाने जा रहे हो तो दिल थाम कर जाना पड़ेगा। क्योंकि उप परिवहन कार्यालय में जल्दी लाइसेंस उन्हीं का बनता है जो दलालों के माध्यम से बनवाते हैं। वरना आपको इसके लिए घंटों परिवहन विभाग कार्यालय में लाइन में खड़ा होना होगा। तब कहीं जाकर आपका नंबर आएगा। ऐसा इसलिए इन दिनों आरटीओ कार्यालय में पैसे लेकर जल्दी लाइसेंस बनाने वाले ऐसे कई दलाल सक्रिय हैं। जो आवेदक से पैसे लेकर नियम कायदों की धज्जियां उड़ाकर लाइसेंस बना रहे हैं। पत्रिका ने भी उप परिहवन कार्यालय में स्टिंग किया तो ऐसे कई दलाल एक्सपोज हो गए जो पैसे लेकर लाइसेंस बनाने की बात कर रहे थे।
अधिकारी यहां पर अधिकांश समय फिल्ड डयूटी के नाम पर बाहर रहते हैं जिसके कारण लोगों को काम के लिए चक्कर काटने पड़ते है। थक हार कर लोग फिर दलालों का सहारा लेते है। आपको बता दे कि गुरुवार को कार्यालय के बाहर बैठे एक व्यक्ति जिसने बोर्ड तो यातायात सलाहकार का लगा रखा था और काम उप परिवहन कार्यालय में अधिकारियों कर्मचारियों से मिलीभगत कर लाइसेंस बनवाने का कार्य कर रहा है। जिससे लाइसेंस बनाने के बारे में पूछा तो उसने बताया कि गाड़ी वगैरह कुछ नहीं चलानी होगी काम करवा देगें ढाई हजार रुपए लगेंगे। आरटीओ कार्यालय में सबसे पहले टीम परिवहन कार्यालय के बाहर लाइसेंस बनाने वाले के पास पहुंची। यहां पर लाइसेंस बनाने की बात पर एक युवक ने पहले पता व शैक्षणिक योग्यता पूछी। उसके बाद कहा कि 2500 से 3000 रुपए में बाइक और कार दोनों का लाइसेंस बन जाएगा। 2500 रुपए देने पर प्रथम दिन एवं उसके 32 दिन बाद आकर फोटो खींचवाना होगा। उसी दिन लाइसेंस तैयार मिलेगा। वहीं वाहन चलाकर बताना पड़ेगा कहने पर युवक ने कहा कि आपको गाड़ी वगैरह कुछ नहीं चलानी। आपको सीधे फोटो खींचवाकर दो मिनट में फ्री कर देंगे।
बैखोफ होकर बोला
उसके पूछा कि लाइसेंस के लिए क्या-क्या दस्तावेज देने होंगे पूछने पर कहा कि दसवीं की मार्कशीट, आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो देनी पड़ेगी।
आप तो पैसे तैयार रखना
यहां टेबल पर बैठे एक व्यक्ति से लाइसेंस बनाने का पूछने पर उसने 2200 से 2500 रुपए में लाइसेंस बनाने का दावा किया। इसके लिए निर्धारित दस्तावेजों के साथ आने की बात कही। वाहन नहीं चलाना आता है कहने पर उसने कहा कि वो सब मैनेज हो जाएगा। आप तो पैसे तैयार रखों।
सक्रिय है कई दलाल, नहीं कोई रोकटोक
गौरतलब है कि आरटीओ कार्यालय में लाइसेंस बनाने के नाम पर बड़ी संख्या में दलाल सक्रिय हैं। जो यहां लाइसेंस के लिए आवेदन करने आने वाले आवेदकों को नियम कायदों की परिभाषा बताते हुए जल्द लाइसेंस बनाने का दावा करते हैं।
इतना ही नहीं कई बार निर्धारित दस्तावेज नहीं होने पर भी लाइसेंस बनाने का दावा कर देते हैं। ऐसे दलाल आरटीओ परिसर के अंदर एवं बाहर घूमते देखे जा सकते हैं।
वास्तविक शुल्क
लाइसेंस बनवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते है जिसमे शुरू में फार्म भरा जाता है तब पुरुष के 300 और महिला के 200 फार्म फीस। फिर महीने बाद फोटो खिंचवाने बाद 1000 रुपए पुरुष की फीस ओर 900 रुपए महिला की रसीद के लगते है।
टेस्ट में करवा देंगे पास
इसके बाद टीम लाइसेंस बनाने वाले कार्यालय के बाहर खड़ी रही। यहां कई दलाल आवेदकों से पैसे का लेनदेन करते दिखाई दिए। इस दौरान एक दलाल ग्रामीण क्षेत्र से आए आवेदक के दस्तावेज लेने के बाद उससे एक हजार रुपए लेते दिखाई दिया। टीम ने उससे भी लाइसेंस बनवाने का पूछा। इस पर युवक ने टीम को साइड में ले जाकर कहा कि आपको टेस्ट में पास करवा देंगे। सारी प्रक्रिया में बता दूंगा। आपको कुछ नहीं चलाना पड़ेगा। आपको सिर्फ दो बार आना होगा।
Published on:
13 Jul 2019 04:00 pm
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