
6.50 करोड़ के फर्जीवाड़े में कलक्टर ने मांगी जिला परिषद से रिपोर्ट
वित्तीय वर्ष 2022-23 में जिला परिषद की ओर से पास की गई 15वां वित्त आयोग की कार्य योजना के पोर्टल में 6 करोड़ 50 लाख रुपए के कामों की श्रेणी बदलकर किए गए फर्जीवाड़े की तथ्यात्मक रिपोर्ट जिला कलक्टर सतर्कता प्रकोष्ठ ने जिला परिषद सीईओ से तलब की है।
यूं बदले श्रेणियों के काम
स्वच्छता की श्रेणी से होने वाले कार्यों में सीसी सडक़ें, श्मशान घाट का विकास कार्य, सोलर पंप सेट निर्माण, ङ्क्षसगल फेस बोङ्क्षरग आदि दिखाए हैं। पेयजल श्रेणी में नाला निर्माण, स्कूल में बाउंड्रीवाल, प्रकाश व्यवस्था के लिए एलईडी, पुलिया निर्माण, सीमेंट पाइप लाइन आदि कार्य पास किए गए हैं। शिक्षा श्रेणी में महज एक काम पास हुआ है वह भी रोड लाइट का।
इस तरह किया था खेल
केंद्र सरकार की इस योजना में काम स्वीकृत करते समय जिला परिषद के कुछ अधिकारी-कर्मचारियों ने ऑनलाइन पोर्टल पर कामों की श्रेणियां बदल दी थी। स्वच्छता और पेयजल के कामों पर 60 फीसदी राशि के स्थान पर केवल 23 फीसदी राशि खर्च की गई और अन्य श्रेणी के कामों पर 40 फीसदी के स्थान पर 77 फीसदी राशि के काम ऑनलाइन पोर्टल पर फीड किए गए थे। पोर्टल पर कामों को दर्ज करते समय श्रेणियों को इस तरह फीड किया गया था कि ऑनलाइन पोर्टल पर गाइडलाइन की पालना हो गई। इस मामले की शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में भी चल रही है। मामला उजागर हुआ तो जिला कलक्टर आशीष गुप्ता ने इसे गंभीरता से लिया। उन्होंने जवाब मांगा
Published on:
29 Feb 2024 08:17 pm
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