खेरली. थाना क्षेत्र के गांव रामपुरा पाटन में सोमवार सुबह एक निजी स्कूल की बस में शव मिलने से सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान शिवशंकर पुत्र घनश्याम शर्मा उम्र करीब 42 वर्ष निवासी रामपुरा पाटन के रूप में हुई है। मामले में मृतक के भाई ने हत्या का मामला दर्ज कराया है। पुलिस जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार समूची रोड स्थित एनएसबी स्कूल की विद्यार्थियों को लाने एवं ले जाने वाली एक बस रामपुरा पाटन गांव में खड़ी होती है। अन्य दिनों की भांति चालक श्याम सिंह बस चालक साइड की खिडक़ी को खोलकर बस में प्रवेश किया और दरवाजा खोल कर जैसे ही देखा तो उसे एक व्यक्ति बस में पीछे की सीट के पास पड़ा दिखाई दिया। उसने अन्य लोगों को बुलाकर विद्यालय व्यवस्थापक को सूचना दी। लोगों ने मृतक को पहचान कर सडक़ के दूसरे किनारे स्थित मृतक के छोटे भाई के मकान में जाकर सूचना दी। जिसने अन्य लोगों की मदद से शव को बस से उतार कर घर ले गए और पुलिस को सूचना दी। इसी बीच बस की पीछे की सीट के नीचे शव के पड़े होने, बस की एंगिल से रस्सी के बंधे होने एवं मृतक की बाइक सडक़ के पास स्थित मकान के आगे खड़ी मिलने की चर्चा होती रही। पुलिस मामले में कड़ी से कड़ी जोडऩे का प्रयास कर रही है। पुलिस ने रास्ते के सीसीटीवी कैमरों को पड़ताल भी की, लेकिन कोई ठोस जानकारी मिली।
शव को सडक़ पर रख धरने पर बैठे
सूचना पर एसएचओ खेरली महावीरप्रसाद मय जाब्ता मौके पर पहुंचे और पोस्टमार्टम के लिए सीएससी खेरली जे जाने को कहा, लेकिन परिजन एवं ग्रामीण हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर शव को खेरली मंडावर रोड पर रखकर धरने पर बैठ गए। सडक़ पर महिलाएं बैठकर विलाप करने लगीं। सूचना पर उपखंड अधिकारी लाखन सिंह गुर्जर, डीएसपी अशोक चौहान मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन अपनी मांग पर अड़े रहे। इस बीच सुरक्षा-शांति व्यवस्था के मद्देनजर बहतुकला, कठूमर, लक्ष्मणगढ़, बड़ौदामेव थाना अधिकारी मय जाप्ता के घटनास्थल पर पहुंचे। इधर ब्राह्मण समाज खेरली एवं विप्रसेना के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। जिन्होंने प्रशासन से बातचीत कर हत्यारों का शीघ्र पता लगा गिरफ्तार करने, पचास लाख की राशि तथा एक परिजन को नौकरी देने का ज्ञापन सौंपा। इस प्रशासन के आश्वासन पर शव उठाने को राजी हुए।
एफएसएल टीम ने जुटाए सबूत
मामले में अलवर से आई एफएसएल टीम ने बस एवं शव की पड़ताल कर सबूत जुटाए। पुलिस की मौजूदगी में शव को सीएससी खेरली लाया गया। जहां फिर जयपुर से विप्र सेना के पदाधिकारियों के आने की कहकर शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। इसी बीच विप्र सेना जयपुर एवं अलवर के पदाधिकारी, स्थानीय ब्राह्मण समाज और प्रशासन के मध्य हुई बातचीत में 15 दिवस में मामले का खुलासा करने एवं सरकार की ओर से मुआवजा दिलाने की सहमति पर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू हुई।
मृतक के दो पुत्री व एक पुत्र
मृतक घर में पांच भाइयों में सबसे बड़ा था। उसके दो पुत्री और एक पुत्र है। दोनों पुत्रियां 20 एवं 12 वर्ष की है, वही पुत्र करीब 17 वर्ष का है। मृतक की अपने पुत्र से रविवार शाम करीब 7 बजे अंतिम बार बात हुई। उसके बाद उसका फोन बंद हो गया। मृतक को शाम 7:30 बजे एक दुकान पर बैठा देखा गया था। इधर मृतक की मां, पत्नी एवं बच्चों सहित परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। जिसे देखकर सभी की आंखे नम हो गई। गौरतलब है कि एक वर्ष पूर्व 22 मार्च को गांव समूची के जंगल में हत्या कर ट्रैक्टर-ट्रॉली लूट के मामले का पुलिस अभी खुलासा नहीं कर पाई है। अब इस हत्या का मामला भी पुलिस के लिए चुनौती से कम नहीं है।
टीम बनाई है
मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया है। हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया है। प्रथम दृष्टया हत्या का मामला नजर आ रहा है। हत्यारों की तलाश के लिए टीम बना दी है। शीघ्र ही मामले का खुलासा किया जाएगा।
अशोक चौहान, डीएसपी।