पुलिस ने बताया कि सोमवार को राजीव गांधी पार्क में किसी अज्ञात व्यक्ति का कटा हुआ दायां हाथ मिला। यह हाथ करीब 35 से 40 साल की उम्र के व्यक्ति का हाथ हो सकता है। हाथ भी कोहनी से थोड़ी ऊपर तक का है। हाथों पर बालों के आधार पर माना जा रहा है कि यह किसी पुरुष का है और दो-तीन दिन पुराना है।
शहर में मानव अंग मिलने की घटना से पुलिस के कान खड़े कर दिए हैं। इस मामले में पुलिस हर एंगल से जांच पड़ताल में जुट गई है। पुलिस को अंदेशा है कि आसपास कोई शव हो सकता है। जहां से कुत्ते मृत शरीर से हाथ खींचकर ले आए हों, या फिर किसी की हत्या कर अंग काटकर फेंक दिए हों। पुलिस आसपास इलाके, अस्पतालों और रेलवे ट्रैक पर भी छानबीन में जुटी हुई है।
अलवर शहर में मानव अंग मिलने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी शहर में मानव अंग मिलने की घटनाएं हो चुकी है। शहर के रंगभरियों की गली निवासी राकेश उर्फ चूचू नामक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर कर उसके शव के टुकड़े-टुकड़े शहर में अलग-अलग इलाकों में फेंक दिए थे। शहर में सिलसिलेवार मानव अंग मिलने से जबरदस्त सनसनी फैल गई थी। वहीं, कुछ साल पहले भगतसिंह सर्किल पर भी एक व्यक्ति का कटा हुआ हाथ पड़ा मिला था। जिसके बारे में पुलिस पता नहीं लगा सकी थी। पुलिस का अंदेशा है कि हत्या कर अंग काटकर फेंक देने की घटना भी हो सकती है। हालांकि अभी पुलिस जांच में लगी हुई है।
शहर के मोती डूंगरी के समीप स्थित राजीव गांधी पार्क में सोमवार दोपहर एक व्यक्ति का कटा हुआ हाथ मिला है। पुलिस मानव अंग की पहचान के लिए आसपास इलाके, रेलवे ट्रैक और अस्पतालों में पड़ताल में जुटी है। वहीं, कटे हुए हाथ का डीएनए टेस्ट कराने के लिए भी सेम्पल भेजे जा रहे हैं।
तेजस्विनी गौतम, जिला पुलिस अधीक्षक, अलवर।