अलवरPublished: Sep 08, 2023 12:05:16 pm
Nupur Sharma
Rajasthan Assembly Election 2023: कहते हैं नौकरशाह राजनीतिक मौसम का मिजाज भांपने में माहिर होते हैं। नौकरशाहों का जिस ओर रूख ज्यादा होता है, चुनावी सीजन में उसका पलड़ा भारी माना जाता है।
पत्रिका न्यूज नेटवर्क/अलवर। Rajasthan Assembly Election 2023: कहते हैं नौकरशाह राजनीतिक मौसम का मिजाज भांपने में माहिर होते हैं। नौकरशाहों का जिस ओर रूख ज्यादा होता है, चुनावी सीजन में उसका पलड़ा भारी माना जाता है। राजनीति के मिजाज भांपने में माहिर होने के कारण नौकरशाह सरकारी नौकरी की पारी पूरी करने या पहले ही नौकरी छोड़कर राजनीतिक दलों के द्वार खटखटाने लग जाते हैं। ऐसे नेताओं की इन दिनों अलवर जिला ही नहीं राज्यभर में भागदौड़ लगी है। अकेले अलवर जिले में ही इस बार आधा दर्जन से अधिक नौकरशाह भाजपा, कांग्रेस या अन्य दल का दामन थाम चुके हैं, तो कुछ अभी राजनीतिक मौसम का मिजाज जानने के लिए भागदौड़ और संपर्क में जुटे हैं। यही वजह है कि पांच साल तक पार्टी की सेवा करने वाले टिकट से वंचित रह जाते हैं और इन नौकरशाहों की लॉटरी लग जाती है।