
राजस्थान का रण : कांग्रेस पार्टी ने मेडिकल कॉलेज से किया चुनावी रण का आगाज, भाजपा में मचा हडक़ंप
अलवर. मत्स्य औद्योगिक क्षेत्र में करीब 850 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार इएसआईसी मेडिकल कॉलेज को शुरू करने की मांग को लेकर कांग्रेसियों ने भवन के सामने धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया। धरने में पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह व डीग-कुम्हेर विधायक विश्वेन्द्र सिंह भी शामिल हुए। धरने में पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने सरकार के मेडिकल कॉलेज की जांच को लेकर कहा कि इस मामले में मैं दोषी हूं और जेल जाने को तैयार हूं।
टिकट पर सबका निर्णय
सिंह ने कहा कि टिकट मांगने का सबको हक है। टिकट सोच समझकर राहुल गांधी, सचिन पायलट, अशोक गहलोत व जनता से बात करके मिलता है। राजनीति में सबके लिए जगह हैं। हम रोज पार्टी के लिए धक्के खाते हें। लाठी खाते हैं। अब हमे कांग्रेस के सच्चे सिपाही का परिचय देना होगा।
हां मैं मेडिकल कॉलेज लाया, मौका मिला तो और भी लाउंगा, चाहे जेल भिजवा दें
पूर्व केन्द्रीय मंत्री व अलवर के सांसद जितेन्द्र सिंह ने कहा कि आज कल मेडिकल कॉलेज पर सीबीआइ की जांच की बात सामने आ रही है। मैं खुले मंच से कहता हूं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सीबीआइ जांच करा लें। अलवर में मेडिकल कॉलेज लाने के लिए जितेन्द्र सिंह दोषी है। मौका मिला तो दूसरा व तीसरा मेडिकल कॉलेज भी लेकर आएंगे। आप मुझे गिरफ्तार करें। मैं जेल जाने को तैयार हूं। हमने अलवर व भरतपुर की जनता का मान रखा है। चाहे आप सीबीआइ को हमारे घरों के बाहर बैठा दे। यह सरकार के लिए शर्म की बात है कि इतना बड़ा प्रोाजेक्ट अलवर लेकर आए। उसे चालू नहीं करा पा रहे।
ये भी मुद्दे उठे
सिंह ने कहा कि अलवर के कोटकासिम में इंटरनेशनल एयरपोर्ट, रामगढ़ में ऑफिसर ट्रेनिंग सेन्टर, सैनिक स्कूल जैसे बड़े-बड़े प्रोजेक्ट लेकर आए। सैनिक स्कूल लाने का मकसद था कि अलवर, सीकर व झुंझुनूं सहित आसपास के जिले के हमारे बच्चे भी सेना में जनरल, ले. कर्नल जैसे बड़े पदों पर जाएं। इन प्रोजेक्ट को लेकर यह सरकार कुछ नहीं कर सकी। जिससे सब तरफ थू-थू हो रही है।
धरने में दिखा शक्ति प्रदर्शन
मेडिकल कॉलेज चालू करने को लेकर धरने में बहरोड़ से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे। बलजीत सिंह यादव बड़ी संख्या में गाडिय़ों का काफिला लेकर आए। बहरोड़ से ही आरसी यादव और बस्तीराम यादव के भी समर्थक आए। सबने टिकट के प्रयासों में अपनी ताकत दिखाने का प्रयास भी किया। माना जा रहा है कि पिछले दिनों अलवर बंद के पार्टी के आह्नान में अपेक्षा से कम कार्यकर्ता जुट पाए थे। ऐसे में इस धरने में ज्यादा भीड़ जुटाई गई।
Published on:
28 Sept 2018 11:53 am
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