
Rajasthan Rain Alert: राजस्थान में भले ही बारिश का दौर थम चुका हो, लेकिन एक बार फिर से मावठ होने का अंदेशा लगाया जा रहा है। दरअसल प्रदेश में 11 दिसंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है। ऐसे में कई जिलों में फिर से बारिश और कोहरे का दौर शुरू होगा, जिससे सर्दी के तेवर तीख रहने की अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार हिमालय तराई क्षेत्र में बर्फबारी कम होने और विंड पैटर्न में संभावित बदलाव में हो रही देरी के चलते प्रदेश में अभी शीतलहर का दौर शुरू नहीं हुआ है।
अजमेर की बात करें तो देश के पहाड़ी इलाकों में लगातार बर्फबारी से मरुधरा पर भी सर्दी की रंगत बढ़ गई है। अजमेर ठंड में लिपटा रहा। सर्द हवाओं ने लोगों को सिहराया। न्यूनतम तापमान लुढ़कता हुआ 11.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। दिसम्बर में पहली बार न्यूनतम पारा 12 डिग्री सेल्सियस से कम रहा है। अधिकतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस रहा। नलों में पानी बर्फ जैसा महसूस हुआ। लोग ऊनी कपड़ों में लिपटे रहे। सूरज निकलने के बाद भी ठंडक कायम रही। दोपहर तक धूप में तीखापन बढ़ गया। घरों-दफ्तरों में गलन बढ़ने से लोग धूप में ही बैठे रहे।
अलाव-हीटर का सहारा
देर शाम सर्दी बढ़ गई। शहर में जगह-जगह लोग सड़कों पर अलाव और घरों में हीटर जलाकर राहत पाते नजर आए। रात के तापमान में 5 से 6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने से सर्दी का असर बढ़ गया है। साल 2017 में 13 जनवरी अजमेर का सबसे सर्द दिन रहा था। इस दिन पारा लुढ़कते हुए 3.0 डिग्री पर पहुंच गया था। यह पिछले 50 साल में सबसे ठंडा दिन रहा। इसके अलावा दिसम्बर-जनवरी में तापमान 3.4 से 5.0 डिग्री सेल्सियस तक ही घूमता रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि बर्फबारी से कड़ाके की ठंडक पड़ सकती है। पश्चिमी विक्षोभ बनने पर मावठ और मैदानी इलाकों में पाला पड़ने के आसार हैं। ओस और कोहरे में बढ़ोतरी होगी।
Published on:
09 Dec 2023 03:18 pm
बड़ी खबरें
View Allअलवर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
