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आदर्श अस्पताल के लिए चयन का खेला मांगे थे 6 करोड़ रुपए, नहीं मिला एक धेला

चिकित्सालय के जर्जर भवन से झड़ता है चूना, बारिश के सीजन में और बढ़ जाएगा खतरा

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अलवर

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mohit bawaliya

Jun 26, 2024

मालाखेड़ा. ढाई वर्ष पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मालाखेड़ा को आदर्श अस्पताल के रूप में विकसित करने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने चयन तो किया, लेकिन विकास के नाम पर सरकार ने अभी तक एक फूटी कोड़ी भी नहीं दी है। इससे लोगों को आदर्श अस्पताल बनाने के दिखाए गए सब्जबाग सपना बनकर रहे गए। इस मामले को राजस्थान पत्रिका में पूर्व में भी प्राथमिकता से उजागर किया गया था। अब बारिश का सीजन शुरू हो रहा है, ऐसे में खतरा अधिक बढ़ रहा है।
अस्पताल को विकसित करने के लिए उठाए गए चिकत्सा प्रशासन के कदम तथा आमजन के प्रयास भी धरातल पर नहीं उतर पाए। उन पर भी कोई ध्यान नहीं दिया गया। आदर्श अस्पताल के दिखाए गए सब्ज बाग ढाई साल में भी पूरे नहीं होने को लेकर स्थानीय लोगों में रोष भी है। मालाखेड़ा क्षेत्र के समाजसेवक, जनप्रतिनिधि आदि अस्पताल के नए भवन को बजट आवंटित हो, इसके लिए प्रयासरत भी हैं। ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी आदि से प्रतिनिधिमंडल कई बार मिलने पहुंचा और उनसे इस बाबत पूरी जानकारी हासिल की।


छह करोड़ का मांगा बजट: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से सीएचसी को आदर्श अस्पताल के रूप में विकसित करने के लिए नवंबर 2021 में चयन किया था। इसके तुरंत बाद बीसीएमएचओ ने विभिन्न विकास कार्य के लिए 6 करोड रुपए का तकमीना बनाकर बजट की मांग की थी, लेकिन ढाई वर्ष गुजर जाने के पश्चात भी एक फूटी कोड़ी विकास के नाम पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से नहीं मिली।
इन्हें सौँपे ज्ञापन: असुरक्षित व पुराने जर्जर अस्पताल भवन को नए भवन के लिए बजट की मांग को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री, अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, निदेशक एनआरएचएम के नाम पत्र लिखकर बीसीएमएचओ मालाखेड़ा को ज्ञापन सौंपे गए। जिसमें नया भवन बनाने की जरूरत बताई एवं उसके अनुसार बजट स्वीकृत कर जनहित के लिए निर्णय लेने की गुहार लगाई। क्षेत्र के हरिओम शर्मा, सतीश चौधरी, एडवोकेट भारत ङ्क्षसह, रतिराम सैनी, लल्लूराम चौधरी, ईश्वरङ्क्षसह, गणपत ङ्क्षसह, केदार शर्मा, अमित चौधरी सहित अन्य लोगों का कहना है कि अस्पताल को अब नए भवन की जरूरत है।

यह होना है कार्य
गौरतलब है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मालाखेड़ा के आयुष औषधालय, नेत्र चिकित्सा कक्ष, टीकाकरण कक्ष, लेबर रूम, मदर मिल्क रूम जर्जर और क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जिनको सार्वजनिक निर्माण विभाग ने कंडम घोषित किया हुआ है। यहां छत से कई बार चूना गिर चुका है, उस दौरान डॉक्टर, रोगी और उनके परिजन बाल-बाल बचे थे। इस तरह के हादसे आए दिन देखने को मिल रहे हैं।

फैक्ट फाइल: प्रयास और विफलताएं
हालात -
सीएचसी मालाखेड़ा भवन पुराना व जर्जर होने से असुरक्षित। सार्वजनिक निर्माण विभाग ने कर रखा है कंडम घोषित।
जरूरत - अस्पताल को चाहिए एक नया भवन।
सब्ज बाग - नवंबर 2021 में सीएचसी को आदर्श अस्पताल विकसित करने के लिए चिकित्सा विभाग ने किया चयन।
कवायद - बीसीएमएचओ ने विभिन्न विकास कार्य के लिए 6 करोड रुपए का तकमीना बना बजट मांगा।
प्रयास - चिकित्सा मंत्री, अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, निदेशक एनआरएचएम के नाम व जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन।
विफलता - ढाई वर्ष गुजर जाने के पश्चात भी एक फूटी कोड़ी विकास के नाम पर नहीं मिली। समसया - छत से चूना झडऩा, डॉक्टर, रोगी और उनके परिजनों को रहती है जोखिम।

फिर पत्र प्रेषित किया जाएगा
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र लिखा जा चुका है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व लोगों ने भी ज्ञापन दिया है। अस्पताल के पुराने जर्जर भवन की एवज में नया भवन बनाने के लिए बजट आवंटित करने की मांग रखी है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को फिर पत्र प्रेषित किया जाएगा।
लोकेश मीणा, ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी।
पत्र भेज दिए
30 बेड के अस्पताल के अनुसार नए भवन के लिए आधुनिक सुविधा युक्त भवन निर्माण हो, इसके लिए एस्टीमेट बनवाकर चिकित्सा मंत्री, अतिरिक्त मुख्य सचिव, निदेशक एनआरएचएम को पत्र भेज दिए हैं।
योगेंद्र शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी।