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अलवर धर्मांतरण मामले में चौंकाने वाला खुलासा, मुख्य आरोपी पहले इस जिले में करता था बच्चों का ब्रेनवॉश, काटी थी जेल

Alwar Conversion Case: एमआईए थाना क्षेत्र के गोलेटा स्थित सैय्यद कॉलोनी में संचालित मिशनरी छात्रावास में धर्मांतरण मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है।

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अलवर

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Anil Prajapat

Sep 05, 2025

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पुलिस की गिरफ्त में दोनों आरोपी। फोटो: पत्रिका

अलवर। एमआईए थाना क्षेत्र के गोलेटा स्थित सैय्यद कॉलोनी में संचालित मिशनरी छात्रावास में धर्मांतरण मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने प्रेसवार्ता में बताया कि पकड़ा गया मुख्य आरोपी बोधर अमृत (44) निवासी गुजरात धर्मांतरण के मामले मे पूर्व में भी गिरफ्तार हो चुका है। दूसरा आरोपी सोहन सिंह (34) निवासी रामगढ़ का रहने वाला है।

पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने गुरुवार को प्रेसवार्ता में बताया कि मिशनरी छात्रावास का मैनेजमेंट व फाइनेंशियल व्यवस्था चेन्नई की फ्रेंड्स मिशनरी प्रेयर बैंड (एफएमपीबी) संस्था द्वारा की जा रही थी, जिसमें काम करने वाले सैल्वम निवासी तमिलनाडू, मलकीत सिंह निवासी बांधोली, सतीश निवासी गोविंदगढ़ व बोधर अमृत सहित 14 लोगों के खिलाफ सीकर में इसी साल अवैध धर्मांतरण का मामला दर्ज हुआ था।

दो महीने पहले ही अलवर आया था बोधर अमृत

इस मामले में बोधर अमृत अभी जमानत पर चल रहा है। वह दो महीने पहले ही अलवर आया था। इसके बाद यहां भी मिशनरी का संचालन कर उसने धर्मांतरण का काम शुरू कर दिया। पुलिस को और भी जगहों पर इस तरह के धर्मांतरण कराने के इनपुट मिले हैं, जिसके आधार पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।

संस्था का इनपुट जुटा रहे हैं

एसपी ने बताया कि चेन्नई की फ्रेंड्स मिशनरी प्रेयर बैंड (एफएमपीबी) संस्था द्वारा इस मिशनरी का संचालन किया जा रहा था। इस संस्था का इनपुट खंगाला जा रहा है। कहां से इस संस्था को पैसा मिल रहा है। कौन लोग इससे जुड़े हैं। इन सभी पहलुओं के आधार पर जांच शुरू की गई है। साथ ही बोधर की कोर्ट से जमानत को निरस्त कराने के प्रयास हमने शुरू कर दिए हैं।

अन्य लोगों की भी संलिप्तता की जांच

मामले में अन्य लोगों की संलिप्तता को लेकर भी पुलिस जांच कर रही है। इसके बाद पूरी चेन को बेनकाब किया जाएगा। इसके अलावा जिले में 2-3 अन्य जगहों पर भी इस तरह की गतिविधियों के संबंध में पुलिस को इनपुट मिले हैं। जिस पर पुलिस द्वारा निगरानी रखी जा रही है।

एससी-एसटी के गरीब तबके के लोगों को बनाया निशाना

एसपी ने बताया कि संस्था की ओर से एससी और एसटी वर्ग के गरीब तबके के लोगों का ब्रेन वॉश कर धर्मांतरण कराने का खेल चल रहा था। इन बच्चों को हिन्दू देवी-देवताओं के बारे में अनर्गल बातें बताकर ईसाई धर्म की तरफ मोड़ा जा रहा था। हमें पता चला है कि बच्चों के परिजनों को भी संस्था की ओर से प्रलोभन दिया गया है। 50 से ज्यादा बच्चे यहां रह रहे थे। ये सभी आसपास के अलग-अलग स्कूलों में अध्ययन कर रहे थे। पुलिस को डिजिटल और प्रिंट एवीडेंस भी मिले हैं।