
राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल की स्वयंपाठियों को ऑनलाइन पढ़ाई कराने की आनन-फानन की तैयारी नोडल प्रभारी सहित अध्ययन करने वाले बच्चों को गफलत में डालने का काम कर रही है। गौरतलब है कि स्टेट ओपन स्कूल ने इस बार नियम बदले हैं। स्कूल ने साल में एक बार संबंधित केन्द्र पर होने वाली ऑफलाइन पढ़ाई अब ऑनलाइन पढ़ाने का निर्णय किया है। इसके लिए जयपुर मुख्यालय ने स्वयंपाठी छात्र-छात्राओं के लिए एसएसओ आईडी जरूरी कर दी है।
ऐसे में इन आदेशों के बाद इस साल के लिए 20 फरवरी से आयोजित होने वाले पीसीपी कैम्पों के सम्बन्ध में विभाग के कोई दिशा निर्देश नोडल प्रभारियों को नहीं मिले है कि इस बार इन्हे ऑनलाइन कराना है या ऑफलाइन। ऐसे में नोडल प्रभारी भी विभाग के निर्देश न होने के कारण असमंजस की स्थिति में है। जानकारों के अनुसार राजकीय माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालय में नियमित नहीं रहने वाले या अन्य कारण से परीक्षा से वंचित विद्यार्थियों के लिए कुछ शर्त के साथ स्टेट ओपन स्कूल 10 वीं व 12वीं की सीधी परीक्षा दिलवाता है।
जयपुर मुख्यालय ने इस बार 31 अक्टूबर तक ऐसे विद्यार्थियों से परीक्षा आवेदन कराए। प्रदेश से करीब सवा लाख स्वयंपाठी छात्र-छात्राओं ने परीक्षा के लिए आवेदन किए। इसके लिए एसएसओ आईडी केन्द्र में अपलोड कराना जरूरी होगा। एसएसओ आईडी नहीं होने पर छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे।
कोई फोन नहीं उठा रहा तो किसी का आ रहा फोन बंद
विभाग द्वारा राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल की स्वयंपाठी अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए एसएसओ आईडी की अनिवार्यता के बाद सभी नोडल प्रभारी उनसे सम्पर्क करने की जदोजहद कर रहे है। आवेदन में दिए गए फोन नम्बर पर सम्पर्क करने पर कोई फोन नहीं उठा रहा तो कुछ के नम्बर बंद आ रहे है, जिसके कारण सभी की एसएसओ आईडी भी नहीं बन पा रही । ऐसे में देखना ये है कि विभाग द्वारा लिए गए निर्णय पर कितनी कामयाबी इस साल मिल पाएगी।
सभी रजिस्टर्ड बच्चों की नहीं बनी एसएसओ आईडी
रामगढ नोडल प्रभारी शौकीन खां ने बताया कि इस नोडल पर स्टेट ओपन के स्ट्रीम वन के 335 विद्यार्थी रजिस्टर्ड है, लेकिन कई कई बार फोन पर सम्पर्क करने के बावजूद 210 बच्चों की ही एसएसओ आईडी बन पाई है और कैम्प की तिथि 20 फरवरी नजदीक आ रही है। कई नम्बर मिल नहीं रहे तो कुछ के फोन बंद आ रहे है।
राजकीय यशवन्त स्कूल अलवर के नोडल प्रभारी समीर विजय के अनुसार उनके नोडल पर कुल 31 छात्र रजिस्टर्ड है, जिनका बडी मुश्किल से एसएसओ आईडी का कार्य पूर्ण कराया गया है। कैम्प के सम्बन्ध में अभी कोई निर्देश नहीं मिले कि इन्हे ऑनलाइन कराना है या ऑफलाइन। राजकीय नवीन स्कूल नोडल की प्रभारी हेमलता ने बताया कि नोडल पर 128 छात्र-छात्रा रजिस्टर्ड है, परन्तु 70 से 72 विद्यार्थियों की ही एसएसओ आईडी बन पाई है। फोन करने पर सम्पर्क नहीं हो पा रहा है।
Published on:
18 Feb 2024 04:32 pm
बड़ी खबरें
View Allअलवर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
