
भादो मास शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाएगा। चतुर्थी आने में अब कुछ ही दिन शेष है। शहर में इसकी तैयारियां होने लगी है। अलवर शहर के सबसे प्राचीन लाल दरवाजा गणेश मंदिर में इन दिनों में रंग पेंट का काम होने के बाद मंदिर की सुुंदरता के लिए घिसाई का वर्क किया जा रहा है।
चतुर्थी पर यहां पर बिजली की रंग बिरंगी सजावट होगी और फूलों की सुंदर झांकी सजाई जाएगी। इधर होपसर्कस के आसपास बाजारों में भगवान गणेश की अलग मुद्राओं में प्रतिमाएं बिक्री के लिए रखी गई है। दुकानदार सोनू ने बताया कि इस बार गणेश जी की प्रतिमाएं दिल्ली से बनी हुई मंगवाई गई है।
इनका आकार 6 इंच से लेकर 30 इंच तक है। भक्त हर साल नई प्रतिमा खरीदते हैं और इसका विजर्सजन किया जाता है। इस बार कलर की हुई प्रतिमाओं के अलावा बिना कलर की हुई प्रतिमा भी लाई गई है। भक्त प्लास्टर ऑफ पेरिस की प्रतिमा नहीं लेना चाहते हैं इसलिए मिट्टी की प्रतिमा विशेष तौर से तैयार करवाई गई है। इनकी कीमत आकार के अनुसार है 60 रुपए से लेकर तीन हजार तक की प्रतिमा मिल रही है।
Published on:
23 Aug 2025 01:17 pm
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