ग्राम प्रधान शांति देवी से भी हमने बात किया तो उन्होंने बताया कि ये मा बेटी वास्तव में बहुत ही गरीब हैं, जिनके कई कई दिन खाने के भी लाले पड़ जाते हैं, आवास के लिए प्रस्ताव किया तो गया, लेकिन ऊपर के अधिकारियों ने नामंजूर कर दिया। इन मां बेटी के पास राशन कार्ड अभी तक नहीं था, लेकिन अब बन गया है, जल्द ही अनाज मिलने लगेगा। उन्होंने बताया कि गांव के लोग मिलकर इस लड़की की मदद किया करते हैं। लेकिन जिन अधिकारियों की ऐसे परिवारों की मदद की जिम्मेदारी मिली हुई है, जब वे अपने एयर कंडीशन आफिस से बाहर निकलेंगे तभी तो उन्हें ऐसे परिवारों की वास्तविक जानकारी हो पाएगी।