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शहर में हुई थी 4.85 लाख की लूट, अचानक युवक की रईसी देख पुलिस को हुई शंका, फिर 6 डकैतों को किया गिरफ्तार

गिरफ्तार डकैतों में 5 मध्यप्रदेश के सिंगरौली जबकि एक शहर का, सिंगरौली जेल में सभी की हुई थी पहचान, फिर बनाई थी डकैती की योजना

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Robbers arrested

Robbers arrested

अंबिकापुर. खैरबार के गाड़ाघाट स्थित सरकारी शराब दुकान के कर्मचारी से कट्टा अड़ाकर 4 लाख 85 हजार रुपए लूट के मामले में पुलिस ने 5 डकैतों को मध्यप्रदेश के सिंगरौली से जबकि एक को बौरीपारा से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने आरोपियों के पास 3 लाख 73 हजार रुपए, लूट में प्रयुक्त कट्टा, मोबाइल व बाइक भी बरामद किया है।

आरोपियों ने इस डकैती की योजना मध्यप्रदेश के सिंगरौली के पचौर जेल में तैयार की थी और 7 अक्टूबर की रात 11.30 बजे वारदात को अंजाम दिया था। डकैती में शामिल अंबिकापुर का आरोपी अचानक ज्यादा खर्च करने लगा था। इस कारण वह पुलिस की नजर में आ गया और मामले का खुलासा हुआ।

गौरतलब है कि शहर के गाड़ाघाट स्थित सरकारी शराब दुकान 7 अक्टूबर को सुरक्षा कम्पनी का कर्मचारी विक्रम प्रताप सिंह दिनभर की हुई बिक्री का 4 लाख 85 हजार रुपए बैग में रख रात 11.30 बजे दुकान से निकला था। वह रुपए जमा करने शिकारी रोड स्थित मेन ऑफिस में जा रहा था।

वह शराब दुकान से 100 मीटर दूर बाइक से पहुंचा ही था कि वहीं झाडिय़ों में छिपकर बैठे युवकों ने उसे रोक लिया और उसके सिर पर कट्टा अड़ा अड़ाकर 4 लाख 85 हजार रुपए लूट कर फरार हो गए थे। पुलिस ने मामले में लूटपाट का जुर्म दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी थी। आईजी हिमांशु गुप्ता के निर्देश पर एसपी सदानंद कुमार के मार्गदर्शन में एडिशनल एसपी रामकृष्ण साहू व सीएसपी आरएन यादव के निर्देश पर मामले की जांच हेतु 4 टीम का गठन किया गया था।

पुलिस को मामले में कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले थे, उसी आधार पर पुलिस अपनी विवेचना आगे बढ़ाते हुए मध्यप्रदेश के सिंगरौली पहुंची। जहां दो से तीन दिन के भीतर मामले में शामिल सभी आरोपियों को धर दबोचा। पुलिस ने आरोपियों के पास से लूटे गए रुपए में से 3 लाख 73 हजार रुपए नगद, बाइक, मोबाइल व विदेशी मॉडल का कट्टा बरामद किया।

मामले में चूंकि 6 आरोपी शामिल थे। इसकी वजह से इस मामले में डकैती की धारा 395 व 34, आम्र्स एक्ट की धारा 25 व 27 के तहत जुर्म दर्ज किया गया है।


जेल में बनाई थी योजना
वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने पूरी योजना मध्यप्रदेश के सिंगरौली के पचौर जेल में बनाई गई थी। मामले के मुख्य आरोपी अंबिकापुर के बौरीपारा शिकारी रोड निवासी 20 वर्षीय आकाश सोनी पिता विनोद सोनी जो शराब दुकान के समीप ही रहता है। वह एनडीपीएस एक्ट के तहत मई 2018 में सिंगरौली मध्यप्रदेश में गिरफ्तार हुआ था।

जेल में ही उसकी पहचान वहीं के नवानगर के ग्राम भरूहा निवासी 22 वर्षीय सुनील खैरवार पिता शिवमंगल खैरवार, सिंगरौली के बैढन कंचनी निवासी 19 वर्षीय विक्रम साकेत पिता नर्मदा प्रसाद साकेत, 26 वर्षीय विनोद कुमार साकेत पिता भोला साकेत, सिंगरौली माड़ा के रैला निवासी 30 वर्षीय संतोष कुमार साहू पिता जिलालाल साहू व बैढऩ के घरबोड़ा निवासी 25 वर्षीय आफताब पिता कासिम से हुई थी।

सभी मध्यप्रदेश में आदतन बदमाश है। जेल में ही वारदात को अंजाम देने के लिए पूरी योजना तैयार की गई थी।


जेल से छूटकर की थी रेकी
आकाश सोनी जमानत पर छूटने के बाद अंबिकापुर पहुंचकर काफी दिनों तक शराब दुकान के कर्मचारियों की रेकी की थी। उसे अंदाजा था कि प्रतिदिन शराब दुकान से कर्मचारी अकेला काफी रकम लेकर जाता है। उसने इसकी जानकारी अन्य आरोपियों को दी। एक माह पूर्व सभी आरोपियों ने अंबिकापुर पहुंचकर शराब दुकान की रेकी कर वहां शराब भी पी थी।


बाइक से पहुंचे थे अंबिकापुर
वारदात को अंजाम देने बाइक से ३ आरोपी अंबिकापुर पहुंचे थे। इससे पहले ही कुछ आरोपी अंबिकापुर पहुंच चुके थे। शराब दुकान के कर्मचारी से लूट की वारदात को विनोद, सुनील व विक्रम ने अंजाम दिया था। कर्मचारी जैसे ही दुकान से निकला कि झाडिय़ों से निकलकर तीनों ने उसपर हमला कर दिया।

उन्होंने उसकी लाठी से पिटाई करने के बाद कट्टा अड़ाकर उसकी बाइक और लूट की रकम लेकर भाग निकले थे। वहीं कुछ दूरी पर बाइक पर खड़े आकाश सोनी को 18 हजार रुपए व पिस्टल देकर रघुनाथपुर की तरफ फरार हो गए। इसकी जानकारी लगते ही पुलिस टीम ने रघुनाथपुर तक आरोपियों का पीछा भी किया था लेकिन आरोपी रघुनाथपुर के पास बाइक छोड़कर दूसरी बाइक से व लिफ्ट लेकर मध्यप्रदेश के लिए रवाना हो गए थे।


अचानक ज्यादा खर्च करने से धरे गए आरोपी
मामले का मुख्य आरोपी आकाश सोनी वारदात के बाद से ही ज्यादा खर्च करना शुरू कर दिया था। इसकी जानकारी लगने के बाद उसकी जानकारी जुटाई गई तब मामले का खुलासा हुआ।

एसपी सदानंद कुमार ने आरोपियों को गिरफ्तार करने वाले क्राइम ब्राच, कोतवाली पुलिस व स्पेशल टीम को 10 हजार रुपए नगद दिए जाने की घोषणा की। इसके साथ ही आईजी हिमांशु गुप्ता द्वारा अलग से इनाम देने की घोषणा की जाएगी।