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त्यौहार नजदीक आते ही अफसरों को नकली खोवा, मिठाइयां, दूध व पनीर जांच की आई याद, सालभर नहीं रहती फिक्र

Fake sweets checking: खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने शहर के कई होटलों व दूध दुकानों में मारा छापा, सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा

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Fake sweets checking

Food and drugs administration team reached in hotels

अंबिकापुर. Fake sweets checking: त्यौहार नजदीक आते ही खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम होटलों व दूध, घी व पनीर की बिक्री करने वाले दुकानों में सैंपल लेने पहुंचने लगे हैं। अन्य दिनों में ये अधिकारी कार्रवाई करते नजर नहीं आते हैं। ऐसे में कार्रवाई खानापूर्ति ही लगती है, जबकि वर्षभर मिलावटी मिठाइयों, दूध व पनीर की बिक्री इन जगहों पर की जाती है। इसी कड़ी में रक्षाबंधन नजदीक आते ही कलेक्टर कुंदन कुमार के निर्देशानुसार खाद्य सुरक्षा अधिकारी की टीम द्वारा नकली खोवा तथा गुणवत्ताहीन मिठाई की बिक्री की संभावना पर समस्त मिठाई दुकानों का सघन निरीक्षण किया जा रहा है।


इस संबंध में खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि मिलावट की आशंका के मददेनजर खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम द्वारा अंबिकापुर के चांदनी चौक स्थित मेसर्स स्वास्तिक बंगाल स्वीट्स से छेना रसगुल्ला, न्यू बस स्टैंड स्थित मेसर्स अनिल डेयरी से गाय का दूध, मेसर्स प्रभु डेयरी से गाय का दूध, बनारस रोड मेसर्स प्यूरिल केयर से दूध के सैंपल लिए गए।

उक्त खाद्य नमूनों को परीक्षण एवं विश्लेषण हेतु राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला रायपुर भेजा गया है। उन्होंने बताया कि चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला वाहन के माध्यम से मिष्ठान एवं डेयरी विक्रेताओं को खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 विनियम 2011 के अनुसूचि 4 अंतर्गत स्वच्छता एवं स्वास्थ्य संबंधी निर्देशों का अनुपालन करने हेतु निर्देशित किया गया है, ताकि आमजन को सुरक्षित एवं स्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थ की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।

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जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति
पूरे साल धड़ल्ले से शहर में मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री की जाती है पर इसकी जांच का ख्याल सिर्फ विभाग को त्योहार पास आते ही आता है। त्यौहारी सीजन शुरू होते ही विभाग के अधिकारी-कर्मचारी शहर में घुम-घुमकर होटल, किराना दुकानों व अन्य खाद्य पदार्थों के बिक्री स्थल पर पहुंचते हैं और कार्रवाई के नाम पर सिर्फ सैंपल लेकर चलते बनते हैं।

इसके बाद सैंपल जांच की रिपोर्ट का कुछ अता-पता नहीं चलता है। ऐसे में कई होटल, दूध व अन्य खाद्य सामग्री बिक्री करने वाले दुकान संचालकों द्वारा पूरे साल खुलेआम मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री की जाती है।