उन्होंने कहा है कि इस व्यवस्था को लेकर 2-3 आदेश जारी कर दिए गए हैं जिससे भ्रम पूर्ण स्थिति है, इसी का फायदा निजी अस्पताल (Private hospital) संचालक उठा रहे हैं।
खुशखबरी: अब निजी अस्पतालों में भी कोरोना मरीजों का आयुष्मान कार्ड से होगा फ्री इलाज, बना प्रदेश का पहला जिला
भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सोनी ने कहा कि सबसे पहले सरगुजा कलेक्टर द्वारा आयुष्मान भारत कार्ड और डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना से कोरोना के मरीजों के निशुल्क उपचार की व्यवस्था करने घोषणा की गई थी।
इसी का हवाला देते हुए
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बीते 9 अप्रैल को यह ऐलान किया था कि कोरोना मरीजों के मुफ्त इलाज के सरगुजा मॉडल को समूचे छत्तीसगढ़ प्रदेश में लागू किया जाएगा।
लेकिन 11 अप्रैल को राज्य सरकार ने नया आदेश जारी किया, जिसमें निजी अस्पतालों के लिए कोरोना संक्रमित मरीजों को उपलब्ध कराए जाने वाले सुविधा के एवज में दर निर्धारित कर दिए गए। आदेश में यह भी उल्लेखित कर दिया गया कि उक्त राशि का वहन मरीजों द्वारा खुद किया जाएगा।
अब निजी लैब को मात्र इतना शुल्क देकर करा सकते हैं कोरोना के सभी जांच, जारी किया गया आदेश
20 फीसदी आरक्षित बेड किसके लिएअखिलेश सोनी ने कहा कि 12 अप्रैल को राज्य सरकार की ओर से एक और आदेश जारी किया गया जिसमें
आयुष्मान कार्ड और
डॉ. खूबचंद बघेल योजना के तहत निजी अस्पतालों में भी मरीजों के लिए 20 फीसदी बेड आरक्षित करने का उल्लेख किया गया था, यह 20 फीसदी लोग कौन हैं जबकि राज्य के सभी नागरिक इस योजना के पात्र है। इसे लेकर भी राज्य सरकार को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
भ्रमपूर्ण स्थिति का लाभ निजी अस्पतालों को
अखिलेश सोनी ने कहा कि राज्य सरकार के इन्हीं भ्रम पूर्ण स्थिति का लाभ निजी अस्पतालों को मिल रहा है। पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में कोरोना मरीजों की जांच और उपचार को लेकर पारदर्शी व्यवस्था नहीं है।
राज्य सरकार
(Chhattisgarh Government) को जल्द इस संदर्भ में स्पष्ट आदेश जारी कर राज्य के सभी नागरिकों के आयुष्मान भारत कार्ड से नि:शुल्क इलाज की समुचित व्यवस्था करनी चाहिए। ताकि कोविड महामारी से निजात पाने में राज्य की जनता को राहत मिल सके।