
शंकरघाट स्थित बांक नदी से सुबह-सुबह जल भरते कांवरिये।

कांवर में जल भरने से पूर्व श्रद्धालुओं ने स्नान, ध्यान भी किया।

दूर-दूर से काफी संख्या में अलसुबह ही महिला-पुरुष कांवरिये पहुंच गए थे शंकरघाट।

अंबिकापुर-रायगढ़ मार्ग पर कैलाश गुफा के लिए पैदल जाते कांवरिये।

कैलाश गुफा जाने से पूर्व रात में शिव परिवार की शहर में निकली शोभायात्रा।

शोभायात्रा में कांवरियों ने भक्ति गीतों के बीच जमकर किया डांस।

रायगढ़ से 200 किलोमीटर की यात्रा तय कर शंकरघाट में जल लेने पहुंचा कांवरियों का जत्था।

शंकरघाट से कांवर में जल भरकर कैलाश गुफा के लिए निकला रायगढ़ का जत्था।