
Yoga on Bagless day
अंबिकापुर. Bagless Day: राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले के स्कूलों में शनिवार को बैगलेस डे किया गया है। बैगलेस डे में बच्चे बिना बस्ते के स्कूल जा रहे हैं। इस दिन स्कूलों में योग, व्यायाम, खेलकूद, सांस्कृतिक गतिविधियां आदि से बच्चों को पढ़ाई के साथ साथ जीवन जीने की कला भी सिखाई जा रही है। इसी कड़ी में शनिवार 16 जुलाई को अम्बिकपूर जनपद के ग्राम खलीबा के प्राथमिक शाला के बच्चों ने योगाभ्यास व एरोबिक्स किया। कई बच्चों ने मिट्टी से भगवान गणेश की मूर्ति व शिवलिंग बनाई तो कई ने घर और स्कूल बनाए। बैगलेस डे (Bagless Day) की गतिविधियों से बच्चे खुश हंै। इस दिन खेल कूद प्रतियोगिता, ड्रॉइंग, पेंटिंग आदि में बच्चे मशगूल रहते है।
कलेक्टर कुंदन कुमार ने जिले में शिक्षा गुणवत्ता पर खास ध्यान देते हुए स्कूलों में पढ़ाई व अन्य सृजनात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर के निर्देश पर स्कूलों की लगातार मॉनिटरिंग हो रही है जिससे शिक्षक सतर्क व सक्रिय होकर अपना दायित्व निर्वहन कर रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि स्कूली बच्चे हर शनिवार को अब खेल-खेल में पढ़ाई कर रहे है। बैगलेस डे के दिन स्कूलों में शनिवार को प्रार्थना के बाद अलग-अलग समय में योग, व्यायाम, खेल, एक दूसरे से सीखना तथा सांस्कृतिक और साहित्यिक गतिविधियां हो रहीं हैं।
स्कूली बच्चे स्कूल में लगवा रहे कोविड का टीका
इधर कोविड-19 संक्रमण के खतरे से बचने के लिए 12 से 14 वर्ष उम्र तक के स्कूली बच्चे स्कूल में लग रहे शिविर में टीका लगवा रहे है। स्कूल में टीकाकरण शिविर लगने से टीका लगवाने में सुविधा हो रही है। इससे जिन बच्चों में टीका लगवाने में झिझक है, वे भी दूसरे बच्चे को टीका लगाते देख प्रेरित हो रहे हंै।
कलेक्टर के निर्देशानुसार स्कूली बच्चों के टीकाकरण के लिए अभियान चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा स्कूलों में जाकर पात्र बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के निर्देशानुसार टीम द्वारा पहले बच्चों का स्वास्थ्य जांच की जाती है। सर्दी, खांसी या बुखार वाले बच्चों को टीका (Vaccination) नहीं लगाया जाता। बच्चों को टीका लगने के बाद आधा घंटा तक बैठने कहा जाता है।
Published on:
16 Jul 2022 09:00 pm
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