15 जुलाई 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

Bulldozer action: Video: पुलिस फोर्स की मौजूदगी में 39 अवैध मकानों पर चला प्रशासन का बुलडोजर, उजड़ा आशियाना देख रोती रहीं महिलाएं

Bulldozer action: वन भूमि पर कब्जा कर बनाए गए मकानों पर चले 5 बुलडोजर, वन विभाग द्वारा महीनेभर पूर्व जारी किया गया था बेदखली नोटिस, बलपूर्वक हटाए गए अतिक्रमण

Bulldozer action in Ambikapur
Bulldozer action and crying woman

अंबिकापुर। शहर से लगे चोरकाकछार में वन भूमि पर कब्जा कर 39 पक्के मकान बनाए गए थे। वन विभाग द्वारा 41 अतिक्रमणकारियों को एक माह पूर्व बेदखली नोटिस जारी कर दस्तावेज मांगे गए थे। दस्तावेज प्रस्तुत नहीं करने की स्थिति में उन्हें मकान खाली करने कहा गया था। इसी बीच शनिवार की सुबह प्रशासन, वन विभाग, नगर निगम व राजस्व विभाग की टीम बुलडोजर (Bulldozer action) लेकर अवैध निर्माण ध्वस्त करने पहुंची। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने 500 पुलिसकर्मी व 150 से अधिक वन रक्षकों की तैनाती की गई थी। फिर बुलडोजर चलाकर बलपूर्वक 39 मकानों को जमींदोज कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान विरोध कर रही कई महिलाएं रोती-बिलखती दिखीं।

गौरतलब है कि अंबिकापुर समेत इससे लगे इलाकों में वन भूमि पर कब्जा कर मकान बनाने का खेल लंबे अरसे से चल रहा है। समय-समय पर वन विभाग द्वारा अतिक्रमणकारियों को नोटिस (Bulldozer action) जारी कर कब्जा हटाने के निर्देश देती रही है, इसके बावजूद कई वनभूमि पर कब्जे का खेल जारी है।

शहर से लगे ग्राम चोरकाकछार में भी काफी संख्या में लोगों द्वारा वन भूमि पर अवैध रूप से मकान बनाकर निवास किया जा रहा था। इसे लेकर पिछले महीने वन विभाग द्वारा 41 कब्जाधारियों को बेदखली नोटिस जारी किया गया था। इसे लेकर अतिक्रमणकारियों में हडक़ंप (Bulldozer action) मचा हुआ था।

सप्ताहभर पूर्व अतिक्रमित परिवार की दर्जनभर से अधिक महिलाओं ने डीएफओ कार्यालय का घेराव किया था। उन्होंने कहा था कि यह कार्रवाई एक विशेष समुदाय को निशाना (Bulldozer action) बनाकर किया जा रहा है। इस मामले में डीएफओ ने कहा था कि कब्जा कर बनाए गए मकानों को खाली कराकर वन भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करा लिया जाएगा।

ये भी पढ़ें:Policemen suspended: एसपी ने ASI समेत 6 पुलिसकर्मियों को किया सस्पेंड, थाने के सामने वाहन चालकों से कर रहे थे अवैध वसूली

39 अवैध मकान किए गए ध्वस्त

इसी कड़ी में शनिवार की सुबह करीब 6 बजे ग्राम चोरकाकछार में प्रशासन, राजस्व, वन विभाग व नगर निगम की संयुक्त टीम 5 बुलडोजर लेकर अवैध मकानों को ध्वस्त करने पहुंची। ग्रामीणों के विरोध व किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए टीम के साथ 500 पुलिसकर्मी व करीब 150 वन रक्षक भी मौजूद रहे।

इसके बाद संयुक्त टीम ने 39 मकानों को ध्वस्त (Bulldozer action) कर दिया। इनमें से अधिकांश मकान पक्के के बने हुए थे। संयुक्त टीम को 2 लोगों ने वन भूमि का पट्टा दिखाया, इस वजह से उनके मकान बच गए।

Bulldozer action: करना पड़ा विरोध का सामना

संयुक्त टीम सुबह 6 बजे दल-बल के साथ मौके (Bulldozer action) पर पहुंच गई थी। जब ग्रामीणों की नींद खुली तो गांव में भारी संख्या में पुलिस बल देखकर उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई। सुबह करीब 7 बजे से कार्रवाई शुरु की गई, इस दौरान टीम को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा।

इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोका और समझाइश दी। कुछ महिलाएं रोती-बिलखती मकान ध्वस्त न करने की मिन्नतें करती रहीं, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई। वहीं कई अतिक्रमणकारियों ने खुद मकानों से सामान हटा लिए थे।

ये भी पढ़ें: Rationalization: युक्तियुक्तकरण में विसंगति को लेकर शिक्षकों ने अधिकारियों पर लगाया मिलीभगत का आरोप

उजडा आशियाना, खुले आसमान के नीचे बसेरा

मकानों के ऊपर बुलडोजर (Bulldozer action) चलते देख कई लोगों ने सामान निकालना शुरु कर दिया। उनकी आंखों के सामने उनके आशियाने उजाड़ दिए गए। ऐसे में खुले आसमान के नीचे लोग महिलाओं व बच्चों के साथ रहने का विवश हो गए।

अतिक्रमणकारियों का कहना था कि वे यहां 35-40 सालों से मकान बनाकर निवास कर रहे हैं। मकान बनाते समय कोई उन्हें रोकने नहीं आया। वहीं बिजली, सडक़ व पानी की भी सुविधा दी गई, लेकिन आज उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।