
Doctor with CRPF jawan's wife
अंबिकापुर. 14 जनवरी को पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। जवानों के काफिले में अंबिकापुर के ग्राम खाला निवासी 182वीं बटालियन में पदस्थ सीआरपीएफ जवान भी शामिल था।
उसकी पत्नी ने अंबिकापुर के एक निजी अस्पताल में 20 फरवरी को बेटी को जन्म दिया। इसकी जानकारी जब महिला डॉक्टर को लगी तो अस्पताल प्रबंधन ने उसका पूरा शुल्क माफ कर दिया। अस्पताल प्रबंधन के इस बेहतरीन काम की सभी ओर सराहना हो रही है।
गौरतलब है कि अंबिकापुर के ग्राम खाला निवासी कृष्ण चंद्र सिंह सीआरपीएफ 182 बटालियन में पदस्थ हैं। वे फिलहाल जम्मू-काश्मीर में अपनी ड्यूटी दे रहे हैं। 14 जनवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए हमले के दौरान वे भी काफिले में शामिल थे। उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ था।
इधर उनकी पत्नी सुहेश्वरी सिंह को प्रसव पीड़ा होने पर 20 फरवरी को शहर के श्रीराम हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। यहां उसने एक स्वस्थ बेटी को जन्म दिया। सुहेश्वरी ने जब डॉक्टर को बताया कि उनके पति पुलवामा काफिले मे ंपदस्थ थे तो यहां की डॉक्टर आराधना त्रिपाठी ने मानवता का परिचय देते हुए उसका पूरा शुल्क माफ कर दिया।
इस संबंध में डॉक्टर त्रिपाठी ने बताया कि देश के जवान हमारी सुरक्षा में अपनी जान तक गंवा देते हैं। हमारी ओर से यह सेवा कुछ भी नहीं है।
पति निभा रहा देश की जिम्मेदारी
पिता बनने की खुशी के दौरान सीआरपीएफ जवान पत्नी व बच्ची के पास न होकर वह देश की सेवा कर रहा है। वह जम्मू-काश्मीर में ड्यूटी पर पदस्थ है। पिता बनने की जानकारी पत्नी ने पति को दी।
Published on:
21 Feb 2019 09:03 pm
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