नयी सुविधा के माध्यम से परिवहन विभाग द्वारा प्रदेशवासियों को परिवहन सेवाएं उनके घर के द्वार पर पहुंचाकर दी जाएंगी। इन सेवाओं में स्मार्ट कार्ड आधारित ड्रायविंग लायसेंस
(Driving license) और रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र से संबंधित 22 परिवहन सेवाएं शामिल हैं। स्पीड पोस्ट के माध्यम से आवेदकों एवं वाहन स्वामियों के घर के पते पर इन सेवाओं को पहुंचाया जाएगा।
यहां के आरटीओ ऑफिस में एजेंटों के बिना नहीं बनते लाइसेंस, ज्यादा रुपए खर्च करने पर बनते हैं दूसरे राज्य के लोगों के भी
छत्तीसगढ़ (Chhattisgath Government) देश का पहला राज्य है जहां परिवहन विभाग अंतर्गत डीएल और आरसी को आधार से इंटीग्रेटेड किया गया है। आवेदनकर्ता की जानकारी का आधार आथेेंटिकेशन के बाद परिवहन अधिकारियों द्वारा परीक्षण कर अनुमोदित किया जाएगा। इस तरह अप्रूवल से आवेदकों को सुविधा होगी एवं विभागीय कार्य में तेजी आएगी।
आधार आथेंटिकेशन से आवेदक का बायोमेट्रिक स्वत: ही
परिवहन विभाग की सेवाओं हेतु प्राप्त हो जाएगा। इस नई व्यवस्था से परिवहन कार्यालयों में अनावश्यक रूप से लगने वाली भीड़ एवं बिचौलियों की वजह से आने वाली शिकायतों में अंकुश लगेगा, परिवहन कार्यालयों के काम काज में पारदर्शिता आएगी।
अधिकारी कार्यालय से नदारद तो बाबू जारी करते हैं परमिट
इस हेल्पलाइन नंबर पर कर सकते हैं कॉलसंबंधित प्रमाण पत्र घर मंगाने के लिए सबसे पहले
डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.परिवहन.जीओव्ही.इन पर जाना होगा। नवीन व्यवस्था संबंधित अधिक जानकारी हेतु हेल्पलाइन नम्बर 7580808030 पर कॉल अथवा वाट्सएप कर सकते हैं।
उक्त कार्यक्रम में अम्बिकापुर से क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी मृत्युंजय पटेल, परिवहन विभाग से विनोद कुमार तथा निजी ऑटोमोबाइल शॉप के प्रतिनिधि जुड़े थे।