
हाथियों का कहर! 52 हाथियों के झुंड ने मचाया उत्पात, धान की फसल तबाह, वन विभाग अलर्ट...(photo-patrika)
अंबिकापुर. छत्तीसगढ़ का शिमला कहे जाने वाले मैनपाट में पिछले कई दिनों से 9 हाथियों का दल अलग-अलग इलाकों में विचरण कर रहा है। रिहायशी इलाकों में हाथियों (Elephants in Mainpat) के विचरण करने से हडक़ंप मचा हुआ है। हाथियों का दल पर्यटक स्थल मैनपाट के टाइगर प्वाइंट के पास पहुंच गया है। हाथियों की मौजूदगी को देखते हुए कुछ देर के लिए वन विभाग ने पर्यटकों जाने पर रोक लगा दी थी। इसके बाद हाथियों को जंगल की ओर रूख करने के बाद पर्यटकों को उस ओर जाने दिया गया। हाथियों का दल कई दिनों से रिहायशी इलाके में विचरण कर रहा है।
सरगुजा में हाथियों (Elephants in Mainpat) का आतंक जारी है। समय-समय पर जिले के अलग-अलग इलाकों में हाथियों का दल आतंक मचाता रहा है। पिछले एक सप्ताह से 9 हाथियों का दल मैनपाट इलाकों में विचरण कर रहा है। बताया जा रहा है कि हाथियों के इस दल ने रायगढ़ सीमा से प्रवेश किया है।
बुधवार की शाम हाथियों का दल मैनपाट के पर्यटन स्थल टाइगर प्वाइंट (Elephants in Mainpat) के पास पहुंच गया। हाथियों को देखकर लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग के अमले को दी। वन विभाग का अमला लगातार हाथियों की निगरानी में जुटा हुआ है।
वन विभाग ने हाथियों की मौजूदगी के कारण लोगों को टाइगर प्वाइंट के पास जाने से रोक दिया था। हालांकि वन विभाग ने लोगों को हाथियों से सतर्क रहने की हिदायत दी है।
बुधवार की रात से लेकर गुरुवार की सुबह तक हाथियों का दल मैनपाट के टाइगर प्वाइंट (Elephants in Mainpat) के पास डटा रहा। टाइगर प्वाइंट की ओर जाने वाले पर्यटकों व राहगीरों को वन विभाग ने रोक दिया। जब हाथियों ने जंगल की ओर रुख किया तो लोगों को आने-जाने दिया गया। वन विभाग की टीम हाथियों पर निगरानी बनाए हुए है। वहीं स्थानीय लोगों व पर्यटकों को हाथी से दूरी बनाए रखने की अपील की है।
मैनपाट (Elephants in Mainpat) में हाथी आतंक मचाते रहे हैं। पिछले वर्ष लंबे समय तक हाथियों का दल मैनपाट के कई क्षेत्रों में डटा हुआ था। कई लोग अपने घरों को छोडक़र दूसरे जगह चले गए थे। वहीं वन विभाग ने लोगों को रहने के लिए पक्का मकान, आंगनबाड़ी व पंचायत भवन में व्यवस्था की थी।
लोग अक्सर रात में आंगनबाड़ी व पंचायत भवन में गुजारते थे। इस वर्ष भी हाथियों का दल पहुंचा है। इससे ग्राम बिजलहवा नर्मदापुर, बरडांड और कंडराजा आदि गांवों में लोगों में हडक़ंप के साथ ही दहशत है।
हाथियों (Elephants in Mainpat) से जान-माल का नुकसान बना हुआ है। कुछ दिन पूर्व हाथियों ने उड़मकेला में दो घरों को तोड़ दिया था और घर में रखा अनाज खा गए थे। इसके अलावा कई किसानों के फसल को भी नुकसान पहुंचाया है।
Updated on:
05 Jun 2025 09:12 pm
Published on:
05 Jun 2025 09:10 pm
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