
Guard of honor
अंबिकापुर. जीवन में सैन्य अनुशासन आवश्यक है। यह अनुशासन व्यक्ति को समयबद्धता, आत्मनियंत्रण और नेतृत्व के गुण सिखाता है। सैनिक स्कूल इस दिशा में भावी पीढ़ी को सुदृढ़ बनाने का कार्य कर रहा है। उक्त बातें शुक्रवार को सैनिक स्कूल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल (Governor in Ambikapur) रमेन डेका ने कही।
राज्यपाल (Governor in Ambikapur) एक दिवसीय दौरे पर अंबिकापुर पहुंचे। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उन्होंने सैनिक स्कूल का दौरा किया। वे पूर्व राज्यपाल शेखर दत्त (सेना मेडल) के बाद इस प्रतिष्ठित संस्थान का दौरा करने वाले दूसरे राज्यपाल बने। सैन्य परंपराओं से सुसज्जित परिसर में प्राचार्य कर्नल रीमा सोबती ने उनका स्वागत किया।
विद्यालय के कैडेटों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर राज्यपाल का अभिनंदन किया। इस दौरान उन्होंने बच्चों को शांत चित्त से निर्णय लेने और निरंतर आत्मविकास की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा दी। सैनिक स्कूल के प्राचार्य कर्नल रीमा सोबती ने कहा कि राज्यपाल (Governor in Ambikapur) का यह दौरा सैनिक स्कूलों के महत्व और राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कमिश्नर नरेंद्र दुग्गा, आईजी दीपक कुमार झा, कलेक्टर विलास भोसकर, एसपी राजेश कुमार अग्रवाल, डीएफओ तेजस शेखर, जिला पंचायत सीईओ विनय कुमार अग्रवाल, अपर कलेक्टर सुनील नायक सहित सैनिक स्कूल के अधिकारी उपस्थित रहे।
राज्यपाल (Governor in Ambikapur) ने विद्यालय परिसर में राज्य के पहले और एकमात्र सेवा चयन बोर्ड (एसएसबी) प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन किया। यह केंद्र कैडेटों को सशस्त्र बलों में भर्ती की प्रक्रिया के लिए व्यावहारिक एवं मानसिक रूप से तैयार करने हेतु स्थापित किया गया है। इसके अलावा उन्होंने विद्यालय के ‘विक्रम बत्रा ब्लॉक’ में स्थापित मां सरस्वती की प्रतिमा का भी अनावरण किया।
राज्यपाल (Governor in Ambikapur) ने कलेक्ट्रेट परिसर में एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत अपनी स्वर्गीय माता चंपावती डेका की स्मृति में रुद्राक्ष के पौधे का रोपण किया।
राज्यपाल (Governor in Ambikapur) ने अम्बिकापुर के मेंड्राकला ग्राम पंचायत में पहुंचकर प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान अंतर्गत पांच टीबी मरीजों को अतरिक्त पोषण आहार किट प्रदाय कर दवाइयों का नियमित सेवन करने को कहा।
इसके बाद उन्होंने स्व सहायता समूहों, (बिहान) की महिलाओं से भी मुलाकात की और उनके आजीविका साधनों के बारे में जानकारी ली। इस दौरान स्व सहायता समूह की महिलाओं ने राज्यपाल को हैंडलूम से बने खादी के गमछा और भित्तिचित्र भेंट कर सम्मानित किया।
Updated on:
25 Apr 2025 07:39 pm
Published on:
25 Apr 2025 07:38 pm
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