
Dead body
अंबिकापुर. लव मैरिज व सास-ससुर की मौत के बाद युवक अपने ससुराल में पत्नी व उसकी बहन के साथ रहता था। 3 मई की रात तीनों एक ही कमरे में सो रहे थे। अचानक उनकी चीखने-चिल्लाने की आवाज आने लगी। आवाज सुनकर पड़ोसी वहां पहुंचे तो दरवाजा बाहर से बंद था।
आनन-फानन में उन्होंने दरवाजा तोड़ा तो देखा कि भीतर तीनों आग की लपटों से घिरे थे। यह देखकर उनके होश उड़ गए। फिर किसी तरह तीनों को बाहर निकालकर गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां 7 दिन बाद शुक्रवार को पत्नी ने दम तोड़ दिया, जबकि पति व पत्नी की बहन जीवन-मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं।
हादसा हैरान करने वाला है। पुलिस और आस-पास के लोगों को अब तक पता नहीं चल पाया है कि आखिर तीनों जले कैसे? संदिग्ध परिस्थितियों हुई इस घटना के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
पे्रमनगर विकासखंड के ग्राम शिवनगर निवासी शंकर रवि ने 2 वर्ष पहले बिश्रामपुर निवासी मोना सिंह उम्र 20 वर्ष से लव मैरिज की थी। मोना सिंह के माता-पिता का कुछ सालों पहले बीमारी की वजह से मौत हो चुकी थी। इसके अलावा मोना के घर में उसकी छोटी बहन लाडो रहती थी।
युवती के माता-पिता की मौत के बाद शंकर रवि अपने ससुराल बिश्रामपुर में अपनी पत्नी और पत्नी की बहन के साथ रहा करता था। 3 मई की रात तीनों एक ही कमरे में सो रहे थे। रात लगभग 3 बजे कमरे से तीनों के चीखने की आवाज आने लगी। तीनों की आवाज सुनकर आसपास के लोगों की नींद खुल गई। धीरे धीरे कर के लोग जमा होने लगे।
इसके बाद कुछ लोगों ने आवाज देकर दरवाजा खोलने को कहा लेकिन कमरे के अंदर जल रहे तीनों में से किसी ने दरवाजा नहीं खोला। फिर कुछ लोगों ने मिलकर दरवाजा तोड़ दिया। जब पड़ोस के लोग कमरे के अंदर गए तो उनके होश उड़ गए। तीनों को जलता लोगों ने पुलिस को घटना की सूचना दी।
इसके बाद आसपास के लोगों की मदद से तीनों को अंबिकापुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां उपचार के दौरान पत्नी मोना सिंह की शुक्रवार की सुबह मौत हो गई। पति शंकर रवि और लाडो अस्पताल में जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे है। संदिग्ध परिस्थितियों में तीनों के जिन्दा जलने की घटना कैसे घटी, इसका कारण अज्ञात बना हुआ है। पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है।
Published on:
11 May 2018 07:25 pm
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