आनन-फानन में उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां से दूसरे दिन उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर रेफर किया गया। यहां इलाज के दौरान गुरुवार की सुबह उसकी मौत हो गई। बेटी की मौत से माता-पिता व अन्य परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है।
सरगुजा जिले के बतौली विकासखंड के ग्राम माजा निवासी तारा गुप्ता पिता गोपाल प्रसाद 16 वर्ष ने 18 जून की रात घरवालों के साथ खाना खाया। इसके बाद वह अपनी 3 बहनों के साथ कमरे में सोने चली गई। आधी रात को उसके पैर में कुछ काटने का अहसास हुआ तो वह उठ बैठी। उसने बगल में सो रही बहनों को जगाया।
दर्द बढऩे पर उसने माता-पिता को आवाज लगाई। बेटी की आवाज सुनकर दोनों टॉर्च लेकर कमरे में घुसे। बेटी द्वारा यह कहने पर कि उसके पैर में किसी चीज ने काटा है। यह सुनकर जब पिता ने टॉर्च जलाकर कमरे में देखा तो बिस्तर के पास ही डंडा करैत सांप लेटा हुआ था। यह देखकर उनके होश उड़ गए। फिर उन्होंने बेटी के पैर में देखा तो सांप काटने के निशान थे।
आनन-फानन में तत्काल उसे बतौली के शांतिपारा अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां से 19 जून को डॉक्टरों ने उसे मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर के लिए रेफर कर दिया। यहां इलाज के दौरान गुरुवार की सुबह उसकी मौत हो गई। बेटी की मौत से माता-पिता व बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
जमीन पर सोते समय डस रहे सांप
बरसात के सीजन में ग्रामीण इलाकों में अधिकांश लोग जमीन पर ही बिस्तर बिछाकर सो जाते हैं। ऐसे में जहरीले सांप के डसने से उनकी मौत हो रही है। पिछले दो महीने के भीतर सरगुजा संभाग से 2 दर्जन से भी अधिक मामले सामने आ चुके हैं जिनमें सांप के डसने से मौत हो चुकी है।