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Liquor ban: अब शादी-मृत्यु भोज में शराब की जगह परोसी जाएगी पूरी-सब्जी व चावल, इस समाज ने लगाया बैन

Liquor ban: शादी में आने वाले बारातियों का अब नहीं परोसी जाएगी शराब, पिछले 3 महीने से समाज के लोगों ने उठा रखा है बीड़ा, बोले- शराब पीकर कई लोगों की जिंदगियां हो चुकी हैं खत्म

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Liquor ban

अंबिकापुर. Liquor ban: पहाड़ी कोरवा समाज में जन्म, शादी-विवाह की खुशियों से लेकर मृत्यु भोज में महुआ शराब का प्रचलन है। इन कुरीतियों को बंद करने की दिशा में समाज ने पहल करना शुरू कर दिया है। समाज के लोगों ने निर्णय लिया है कि शादी-विवाह में बारातियों का स्वागत अब पूरी-सब्जी व चावल-दाल खिलाकर करेंगे। क्योंकि महुआ शराब के कारण समाज के कई लोगों की जिंदगियां खत्म हो चुकीं हैं। नशा (Liquor ban) अपनों की ही जान ले रहा है। कोरवा समाज अब पूरी तरह से नशाबंदी को लेकर सक्रिय हो गया है।

पहाड़ी कोरवा समाज कल्याण समिति ने मंगलवार को कलेक्टर व एसपी को ज्ञापन सौंपकर शराब बंदी (Liquor ban) को सफल बनाने में सहयोग की अपील की है। बतौली ब्लॉक के चिपरकाया के पूर्व सरपंच फूल साय मिंज ने बताया कि पहाड़ी कोरवा समाज शराब के मकडज़ाल में कुछ ऐसा फंसा है कि उनका अस्तित्व खतरे में है।

शराब सेवन (Liquor ban) से आपराधिक प्रवृत्ति पनपने के कारण हत्या जैसे घिनौने अपराध हो रहे हैं। इससे समाज पर गलत प्रभाव पड़ रहा है। समाज के जागरुक लोगों ने नशे जैसी कुरीतियों को अपने समाज के बीच से खत्म करने का निर्णय लिया है।

सरपंच ने बताया कि पहले चरण में यह पहल बतौली ब्लॉक के विभिन्न पंचायतों में की गई है। इसे धीरे-धीरे अन्य ब्लॉक में लागू करेंगे।

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Liquor ban: समाज के 30 प्रतिशत लोगों ने छोड़ दी है शराब

पूर्व सरपंच फूल साय मिंज ने बताया कि यह अभियान हमने पिछले 3 महीने से चला रखा है। समाज के बसाहटों के बीच जाकर उन्हें कुरीतियों को बता जागरूक किया जा रहा है। अब तक विभिन्न ग्राम पंचायतों के समाज के लगभग 30 प्रतिशत लोग शराब छोड़ (Liquor ban) चुके हंै।

वहीं समाज द्वारा यह भी निर्णय लिया गया है कि अगर कोई भी व्यक्ति शराब बनाता है या पीता है तो उसके खिलाफ 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।

केस-1

16 सितंबर 2024 को बतौली ब्लॉक के ग्राम चिपरकाया निवासी राम साय ने शराब (Liquor ban) के नशे में पत्नी की हत्या कर दी थी। इसके बाद वह जेल चला गया है। इनके चार बच्चे हैं। जो बेसहारा हो चुके हैं।

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केस -2

वर्ष 2022 में ग्राम भटको निवासी राजनाथ ने शराब के नशे में पत्नी की हत्या कर दी थी। पत्नी की हत्या के बाद वह अब जेल में है। इनके ३ बच्चे हैं। बच्चों की जिम्मेदारी अब उनके दादा-दादी पर है, जो वृद्ध हैं।

केस-3

ग्राम करदना निवासी एक महिला ने शराब के नशे (Liquor ban) में तालाब में कूद कर जान दे दी थी। यह घटना अगस्त 2024की है। नशे में पति-पत्नी ने आपस में विवाद किया था। इसके बाद महिला ने तालाब में कूदकर जान दे दी थी।


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