19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

महिला DFO ने मोबाइल पर विधायक को बोल दी ऐसी बात कि रह गए हैरान, फिर दिया ये करारा जवाब

रात में हाथियों ने तोड़े थे 9 घर, सुबह गज प्रभावितों से मिलने पहुंचे थे विधायक, फोन पर महिला डीएफओ ने सुना दिया था उल्टा-सीधा

3 min read
Google source verification
Lundra MLA

Lundra MLA

अंबिकापुर. कई प्रोजेक्ट पर लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद सरगुजा में हाथियों का उत्पात रोकने में असफल साबित हो रहे वन अफसर अब इतने झल्ला गए हैं कि वे चुने हुए जनप्रतिनिधि द्वारा गज प्रभावितों की मदद करने की अपील पर उल्टा दो-चार बात सुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। कुछ ऐसा ही वाकया लुंंड्रा विधायक के साथ हुआ।

दरअसल लखनपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम डांड़केसरा में शुक्रवार की रात पहुंचे 8 हाथियों के दल ने जमकर उत्पात मचाते हुए 9 घर को तहस-नहस कर दिया। इसकी जानकारी मिलने पर शनिवार की सुबह विधायक चिंतामणी महाराज गांव में पहुंचे और प्रभावितों से चर्चा करने के बाद डीएफओ से फोन पर पीडि़तों के लिए दरी व तिरपाल की व्यवस्था करने को कहा, तो वे झल्ला गईं।

उन्होंने विधायक को कह डाला कि आप लोग कुछ बात तो समझते हैं नहीं और जहां हाथी घर तोड़ते हैं, वहां पहुंचकर व्यवस्था करने कहते हैं। इस पर विधायक ने भी कहा कि ठीक है, मंै अगर नासमझ हूं तो आप तो समझदार हैं, व्यवस्था करा दीजिए।

इसके बावजूद दोपहर तक वन विभाग की तरफ से कोई मदद गांव में नहीं पहुंची तो विधायक ने नेता प्रतिपक्ष सहित अन्य जनप्रतिनिधियों की मदद लेकर पीडि़तों के लिए दरी व तिरपाल की व्यवस्था कराई।

गौरतलब है कि सरगुजा जिले के अलग-अलग इलाकों में आए दिन हाथियों का उत्पात जारी है। हाथी घरों व फसलों को जमकर नुकसान पहुंचा रहे हैं। वन विभाग की सोलर फेंसिंग, विकर्षण बेरिकेड, रेडियो कॉलर जैसी तमाम योजनाएं एक-एक कर फेल होती जा रही हैं, हाथियों को रोकने में अब तक सिर्फ नाकामयाबी ही हासिल हुई है।

इसके बावजूद अक्सर वन विभाग के अधिकारी हाथियों के उत्पात के बाद सारा ठीकरा प्रभावित गांव के लोगों पर ही फोड़ देते हैं। हर मोर्चे पर फेल साबित हो रहे अफसर अब जनप्रतिनिधियों को भी दो-चार बात सुनाने से नहीं चूक रहे हैं। कुछ ऐसी ही स्थिति का सामना लुंड्रा विधायक चिंतामणी महाराज को करना पड़ गया।

दरअसल शुक्रवार की रात 8 हाथियों का दल लखनपुर ब्लॉक के ग्राम डांड़केसरा में पहुंच गया। यहां 8 हाथियों के दल ने 10 घरों की एक छोटी बस्ती के 9 घर को तहस-नहस कर दिया। ग्रामीण पूरी रात दहशत में रहे।

इसकी जानकारी मिलने पर शनिवार को लुंड्रा विधायक चिंतामणी महाराज प्रभावित गांव में पहुंचे और नुकसान का जायजा लेने के बाद पीडि़तों से चर्चा की। बारिश का मौसम और ऊपर से हाथियों द्वारा घर तोड़ देने से बेघर हुए ग्रामीणों ने विधायक के समक्ष दरी व तिरपाल की आवश्यकता जताई।


आप तो समझदार हैं, कुछ कीजिए पीडि़तों के लिए
ग्रामीणों की समस्या से अवगत होने के बाद विधायक ने जब डीएफओ को फोन लगाकर पीडि़तों के लिए दर्री व तिरपाल की व्यवस्था कराने के लिए कहा तो उन्होंने हाथ खड़े कर दिए। उल्टा विधायक को जवाब दिया कि आप लोग तो कुछ समझते नहीं हैं, जहां हाथी घर तोड़ा आप पहुंच जाते हैं।

फिल्ड में जाकर व्यवस्था करने कहते हैं। इस पर विधायक ने कहा कि ठीक है, मैं नासमझ हूं लेकिन आप तो समझदार हैं, कुछ कीजिए पीडि़तों के लिए। मैं जनप्रतिनिधि हूं, मेरा काम है आमजनों के बीच समस्या की घड़ी में जाना।


फिर खुद ही सहयोग लेकर कराई व्यवस्था
विधायक की अपील के बावजूद दोपहर तक वन विभाग की ओर से प्रभावित गांव में कोई मदद नहीं पहुंची। इस पर विधायक ने लोगों के सहयोग से दर्री एवं तिरपाल एवं खाद्य सामग्री की व्यवस्था पीडि़तों के लिए कराई। इसमें नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव, जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता, बिजेंद्र गुप्ता, विनीत जयसवाल, अमरजीत अग्रवाल सहित स्वयं चिंतामणि महाराज व अन्य लोगों ने राशि देकर सहयोग किया। कई अन्य लोगों ने सहयोग हेतु हाथ बढ़ाया है।


बड़ी खबरें

View All

अंबिकापुर

छत्तीसगढ़

ट्रेंडिंग