Petrol pump owner murder: किराए के मकान में अकेली रह रही रिटायर्ड शिक्षिका (Retired Teacher) व पेट्रोल पंप मालकिन की हत्या की गुत्थी (Murder mystry) पुलिस ने सुलझाई, जल्द अमीर बनने के चक्कर में दिया वारदात (Crime) को अंजाम
Petrol pump owner Murder accused arrested
अंबिकापुर. शहर के महापौरपारा सुभाषनगर में किराए के मकान में रह रही रिटायर्ड शिक्षिका की हत्या की गुत्थी पुलिस ने 2 दिन के भीतर ही सुलझा ली। मामले में पुलिस ने कामवाली बाई के बेटे व उसके दोस्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से मृतिका की कार व चोरी की गई अन्य सामग्री भी जब्त की है।
जल्द अमीर बनकर अच्छे से लाइफ व्यतीत करने के चक्कर में नवयुवकों ने जघन्य वारदात को अंजाम दिया। हत्या करने दोनों रात में ही दीवार फांदकर घुसे थे, जब रिटायर्ड टीचर सुबह दरवाजा खोलकर बाथरूम की ओर गई तो दोनों आरोपी किचन से चाकू निकालकर सोफे के पीछे छिप गए थे। फिर मौका पाकर दोनों ने उसकी नृशंस हत्या कर दी थी।
गौरतलब है कि कोरबा निवासी शांंति पटेल रिटायर्ड शिक्षिका व पेट्रोल पंप की मालकिन भी थी। वह गांधीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत महापौरपारा सुभाषनगर में विरेंद्र शर्मा के मकान में किराए के मकान में अकेली रहती थी। उसने कामवाली बाई भी रखा था लेकिन कुछ दिन पहले उसे निकाल दिया था।
कामवाली बाइक का बेटा भी एक-दो बार अपनी मां के साथ वहां गया था। 23 अगस्त को रिटायर्ड शिक्षिका के भतीजे विक्रम पटेल ने थाने में जानकारी दी कि उसकी मौसी की हत्या कर दी गई है, कार भी गायब है।
उसने बताया कि वह रिश्ते के जीजा रामाशंकर पटेल के कहने पर मौसी के घर गया था, जब दोनों ने दरवाजा तोड़कर भीतर प्रवेश किया तो गला कटी लाश पड़ी थी। दोनों पैर बेल्ट से बंधे थे। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और एएसपी चंचल तिवारी तथा सीएसपी एसएस पैंकरा की मौजूदगी में जांच शुरु की।
फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने फिंगर व फूट प्रिंट लिए तथा डॉग स्क्वायड की मदद से भी सबूत जुटाए गए। पड़ोसियों से पुलिस ने जानकारी ली तो पता चला कि 21 अगस्त की सुबह कार स्टार्ट होने की आवाज आई थी, इसके बाद का उसे कुछ पता नहीं था।
कार से घूम रहे थे आरोपी पुलिस की टीम ने हत्या की गुत्थी सुलझाने जांच शुरु की। इसी बीच मुखबिर से सूचना मिली कि मृतिका की कार क्रमांक सीजी 12 एजे-9351 से दो युवक मनेंद्रगढ़ मार्ग पर बिश्रामपुर की ओर तेजी से जा रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने दोनों को कालीघाट के पास धरदबोचा।
पकड़े गए दोनों युवकों से जब पूछताछ शुरु की गई तो उन्होंने हत्या की बात स्वीकार कर ली। इसके बाद पुलिस ने बिलासपुर जिले के ग्राम नेवार, मल्हार हाल मुकाम, गांधीनगर हनुमान मंदिर के पास निवासी पृथ्वीराज उर्फ पप्पू भैना पिता अरुणराज भैना 19 वर्ष तथा बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर पशुपतिपुर निवासी अनुराग सिंह मरकाम पिता रामरूप सिंह 18 वर्ष को गिरफ्तार कर धारा 302, 450 के तहत जेल भेज दिया।
नौकरानी का बेटे ने बनाया था प्लान पुलिस ने बताया कि हत्या का आरोपी पृथ्वीराज उर्फ पप्पू भैना की मां मृतिका के घर नौकरानी थी। कुछ दिन पूर्व उसे काम करने से मना कर दिया गया था। पृथ्वीराज भी अपनी मां के साथ वहां एक-दो बार गया था। वह जानता था कि रिटायर्ड शिक्षिका अकेली रहती है।
उसे जब पता चला कि मां को वहां से निकाल दिया गया है तो उसने जल्द अमीर बनकर लाइफ व्यतीत करने के चक्कर में उसकी हत्या व लूट का प्लान बनाया। इसके लिए उसने अपने दोस्त अनुराग मरकाम से संपर्क किया और वारदात को अंजाम देने 20 अगस्त की रात 2 बजे रिटायर्ड शिक्षिका के किराए के मकान में पहुंच गए।
दीवार फांदकर घुसे, चाकू-परसुल से की नृशंस हत्या रात 2 बजे दीवार फांदकर दोनों भीतर घुसे। काफी प्रयास के बाद भी दरवाजा नहीं खोल पाए तो आंगन में छिपकर दरवाजा खुलने का इंतजार करने लगे। जब रिटायर्ड शिक्षिका ने सुबह 7 बजे दरवाजा खोला और बाथरूम की ओर गई तो दोनों भीतर घुस गए। दोनों सीधा किचन में गए और एक-एक चाकू उठा लिया तथा सोफे के पीछे छिपकर उसके आने का इंतजार करने लगे।
रिटायर्ड शिक्षिका जैसे ही पहुंची और झाड़ू लगाने लगी, दोनों ने पीछे से उसे दबोच लिया और जमीन पर पटक दिया। जब वह चिल्लाई तो पर्दे से मुंह बांध दिया और गला काटने लगे।
इस दौरान रिटायर्ड शिक्षिका शांति पटेल ने दांत से आरोपी पृथ्वीराज की अंगुली भी काट ली। इसके बाद युवकों ने गमछे से उसके हाथ तथा बेल्ट से दोनों पैर बांध दिए और चाकू से गला काटने लगे। जब इसमें कामयाब नहीं हुए तो परसुल से गला काटकर हत्या कर दी।
कार, 6 हजार नकद व एटीएम लेकर फरार हत्या के बाद आरोपी घर से 6 हजार रुपए नकद, एटीएम कार्ड, चेक बुक, मोबाइल व कार लेकर फरार हो गए। आरोपियों ने मृतिका के मोबाइल पर फोन पे डाउनलोड कर रुपए खर्च किए। वहीं नकद रुपये से कार में पेट्रोल डलवाकर दो दिन तक इधर-उधर घूम रहे थे।
कार्रवाई में गांधीनगर टीआई अलरिक लकड़ा, एसआई भोज गुप्ता, साइबर सेल प्रभारी ओपी यादव व टीम, एएसआई रविंद्र सिंह, दिलीप दुबे, प्रधान आरक्षक सतीश सिंह, सुरेश गुप्ता, अमृत सिंह, निलेंद्र लकड़ा, असलम, अनिल सिंह, राजेश्वर खलखो, इंद्रदेव तिर्की, अमरेश सिंह व महिला आरक्षक जयंती बड़ा शामिल रहे।