26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Sankashti Chaturthi 2021: इस तारीख को है वर्ष 2021 की आखिरी संकष्टी चतुर्थी, ऐसे करें पूजा, जानें शुभ मुहूर्त

Sankashti Chaturthi 2021: संकष्टी चतुर्थी शुक्ल पक्ष व कृष्ण पक्ष (Krishna Paksh) की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है, इस दिन भगवान गणेश (Lord Ganesha) की पूजा करने से समस्याओं और दुखों से छुटकारा मिलता है, संकष्टी चतुर्थी के दिन चंद्रमा की पूजा (Worship of moon) का है विशेष महत्व

2 min read
Google source verification
Lord Ganesha Puja

Sankashti Ganesh Chaturthi 2021

Sankashti Chaturthi 2021: संकष्टी चतुर्थी 22 दिसंबर पौष कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को है। यह दिन भगवान गणेश जी को समर्पित है। गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए इस दिन व्रत रखा जाता है। वर्ष 2021 की आखिरी संकष्टी चतुर्थी बुधवार 22 दिसंबर को मनाई जाएगी। बुधवार का दिन होने के कारण पूजा का विशेष महत्व भी बढ़ जाता है। वहीं संकष्टी चतुर्थी के दिन चंद्रमा की पूजा (Worship of Moon) का भी विशेष महत्व है। भगवान गणेश (Lord Ganesha) की सच्चे मन से पूजा करने से वे प्रसन्न होते हैं और पूजा करने वाले व्यक्ति व उसके परिवार को कष्टों व समस्याओं से छुटकारा दिलाते हैं। पूजा के दौरान मां दुर्गा की मूर्ति अपने पास जरूर रखें, ऐसा करना बेहद शुभ माना जाता है। आइए जानते हैं संकष्टी चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा विधि व शुभ मुहूर्त के बारे में-


ये है पूजन का शुभ मुहूर्त
22 दिसंबर बुधवार को पडऩे वाले संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Ganesh Chaturthi 2021) लिए अमृत काल में पूजा मुहूर्त रात 8 बजकर 15 मिनट से 9 बजकर 15 मिनट तक है। यानी पूजा का शुभ मुहूर्त 1 घंटे का है। वहीं चंद्र दर्शन का मुहूर्त रात 8 बजकर 30 मिनट से रात 9 बजकर 30 मिनट तक है। यह मुहूर्त भी 1 घंटे का है।


ये है संकष्टी चतुर्थी की पूजा विधि
- सूर्योदय से पहले उठने के बाद स्नान आदि कर लें और साफ वस्त्र पहनें। इस दिन लाल रंग का वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है।
- भगवान गणेश की मूर्ति को फूलों से अच्छी तरह सजाकर तय स्थान पर रख लें।
- भगवान गणेश की पूजा करते समय श्रद्धालु को अपना मुंह पूर्व या उत्तर दिशा की ओर रखें।

Read More: 30 साल बाद कुंभ राशि में प्रवेश करने वाले हैं शनि देव, इन राशि वालों का होगा शुभ


- पूजा में रोली, लड्डू, फूल, तांबे का कलश, तिल, गुड़, धूप, चंदन के अलावा नारियल, केला, सेव इत्यादि फल रखें।
- पूजा करते समय मां दुर्गा की मूर्ति अपने पास जरूर रखें, यह बेहद शुभ माना जाता है।
- सबसे पहले भगवान गणेश जी को रोली लगाएं तथा फूल और जल अर्पित करें। इसके बाद भगवान गणेश को तिल के लड्डू और मोदक का भोग लगाएं।


- पूजा करते समय ''गजाननं भूत गणादि सेवितं, कपित्थ जंबू फल चारू भक्षणम्। उमासुतं शोक विनाशकारकम्, नमामि विघ्रेश्वर पाद पंकजम्'' मंत्र का जाप करें।
- ध्यान रखें कि शाम के समय चांद निकलने से पहले भगवान गणेश जी की पूजा करें और संकष्ठी व्रत कथा पढ़ें।
- पूजा समाप्त होने के बाद घर परिवार वालों को प्रसाद बांटे तथा रात में चांद देखने के बाद व्रत खोल लें।


बड़ी खबरें

View All

अंबिकापुर

छत्तीसगढ़

ट्रेंडिंग