
Trainees IAS
अंबिकापुर. आईएएस प्रशिक्षण अकादमी मसूरी से मंगलवार को 18 प्रशिक्षु आईएएस शहर के स्वच्छता अभियान को देखने तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे। शहर में चल रहे स्वच्छता अभियान को देखने के बाद उन्होंने कहा कि जब प्रशिक्षण के बाद उन्हें पहली पोस्टिंग मिलेगी तो वे भी संबंधित जिले में अंबिकापुर के इसी स्वच्छता मॉडल को लागू करने का प्रयास करेंगे।
एक आईएएस के ही प्रयासों ने स्वच्छता के क्षेत्र में अंबिकापुर की तस्वीर ही बदल कर रख दी। आज उनके प्रयासों का ही नतीजा है कि पूरे देश में सबसे स्वच्छ शहर का दर्जा अंबिकापुर नगर निगम को मिला हुआ है। सरगुजा तत्कालीन कलक्टर ऋतु सेन के प्रयासों ने शहर को उस जगह पर पहुंचा दिया, जहां तक पहुंचना आसान नहीं था, आज स्वच्छता के क्षेत्र में अंबिकापुर का डंका पूरे देश में बज रहा है।
इसी कड़ी में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी मसूरी के 18 प्रशिक्षु आईएएस का दल मंगलवार को शहर पहुंचा। प्रशिक्षु आईएएस दल ने नया बस स्टैण्ड स्थित एसएलआरएम सेन्टर पहुंचकर समूह की महिलाओं से मुलाकात कर काम करने के तरीके को जाना। उन्होंने स्वच्छता अभियान कार्यक्रम के चालू करने के दौरान आए समस्याओं से कैसे निपटा गया, इसकी जानकारी भी ली।
निगम के अधिकारियों ने बताया कि तत्कालीन कलक्टर ऋतु सैन द्वारा इसके लिए विशेष पहल की गई। निगम के जनप्रतिनिधियों के साथ शहरवासियों का भरपूर सहयोग मिला। इस दौरान उनके साथ निगम आयुक्त हरेश मंडावी भी उपस्थित थे, जिनके द्वारा स्वच्छता कार्यों की जानकारी दी गई।
दल में आईएएस अकादमी मसूरी के आयुषी सिंह, मनीषा रानी, डॉ. निधि मीना, वैष्णवी विष्वा, आदित्य गोयल, अमित कुमार, ललित आदित्य नीलम, जावेद हुसैन, प्रवीण चन्द, राहुल कुमार गुप्ता, ऋषभ मंडल, रिजवानवसहा शेख, सौरभ कुमार भुवानिया, सौरभ कुमार यादव, शहीद मोहम्मद अब्दुल, शहजाद आलम, सुमित यादव, विशाल शाह शामिल हैं।
स्वच्छता चेतना पार्क व मेरिन ड्राइव में हुए कार्य को बताया अद्भुत
बिलासपुर रोड स्थित स्वच्छता चेतना पार्क तथा डीसी रोड स्थित मैरिन ड्राइव तालाब का प्रशिक्षु आईएएस दल ने अवलोकन किया। उन्होंने स्वच्छा चेतना पार्क में ठोस एवं गीले कचरे के साथ प्लास्टिक एवं धातु के कचरे का पृथकीकरण तथा उसके उचित निपटान की बारीकियों को समूह की महिलाओं से समझा।
उन्होंने समूह की महिलाओं से डोर टू डोर कचरा कलेक्शन से लेकर सेग्रीगेशन तथा आय अर्जित करने तक के चरण का विस्तृत जानकारी ली। कचरा प्रबंधन के साथ महिला समूह की भागीदारी तथा जीविकोंपार्जन के साधन उपलब्ध कराने के पहले की सराहना की। प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों ने अम्बिकापुर के स्वच्छता मॉडल को वैज्ञानिक पद्धति बताते हुए कहा कि जब उनकी पोस्टिंग किसी जिले में होगी तो वहां इस मॉडल को लागू करेंगे।
प्रशिक्षुओं की टीम ने स्वच्छता चेतना पार्क तथा मैरिन ड्राईव में किये गए कार्य को अदभुत बताते हुए कहा कि कचरा एवं मलीनता भरे हुए स्थान को एक नये स्थल के रूप में विकसित कर चार चांद लगाए गए हंै। यह बहुत ही सार्थक प्रयास है।
आने वाले समय में प्रमुख कामों के संबंध में पूछा
प्रशिक्षु आईएएस दल के सदस्यों ने निगम आयुक्त हरेश मंडावी से डाटा सेंटर में हुई क्लास में पूछा कि भविष्य में और ऐसी क्या योजना है जो अंबिकापुर के लिए करना चाहेंगे। इस पर हरेश मंडावी ने बताया कि भविष्य में नालियों के पानी का ट्रीटमेंट कर वेस्ट हो रहे वाटर का उपयोग शहर के लिए करना चाहेंगे। पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में इसे मेरिन ड्राइव तालाब में लागू किया गया है।
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Published on:
21 Jan 2020 08:55 pm
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