
वाशिंगटन। कोरोना वायरस के कारण गिरती अमरीकी इकोनॉमी को उठाने के लिए संसद की ओर से कोरोना आर्थिक पैकेज पर सहमति बना ली है। जिसके तहत बेरोजगारों से लेकर जरुरतमंद लोगों को सीधा रुपया पहुंचाया जाएगा। वहीं दूसरी ओर कोरोना वायरस के कारण प्रभावित हुए कारोबार, स्कूल और हेल्थ सर्विसेज की भी मदद की जाएगी। आपको बता दें कि बीते एक महीने से इस पैकेज पर आम सहमति बनाने को लेकर जद्दोजहद चल रही थी।
राहत पैकेज का ऐलान
देश की इकोनॉमी को पटरी पर लाने के लिए अमरीकी संसद की ओर से 900 बिलियन डॉलर यानी 663 लाख करोड़ रुपए के कोरोना आर्थिक पैकेज पर अपनी सहमति दे दी है। इस पैकेज में बेरोजगारों को हर हफ्ते 300 डॉलर यानी 22,000 रुपए दिए जाएंगे। साथ ही जरूरतमंद लोगों को 600 डॉलर यानी 44,000 रुपए की धनराशि प्रदान की जाएगी। इसके अलावा नए प्रावधानों के तहत सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले कारोबारों, स्कूलों और स्वास्थ्य सेवाओं की भी मदद की जाएगी।
एक महीने में सबकुछ हो जाएगी ठीक
जो बाइडेन 20 जनवरी को नए राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे। इसके लिए उन्होंने अभी से ही सत्ता संभालने की तैयारी शुरू कर दी है। उससे पहले यह पैकेज अमरीका और वैश्विक इकोनॉमी को बूस्ट करने में काफी सहायक हो सकता है। जो बाइडेन के अनुसार एक महीने में सब ठीक करना शुरू कर दिया जाएगा। जिसके लिए वो अपनी टीम में चुन चुनकर लोग रख रहे हैं। बाइडन ने कहा कि कोरोना आर्थिक पैकेज अमेरिकी लोगों के लिए राहत की खबर है।
लंबे समय से चल रही थी बहस
अमरीकी राहत पैकेज पर संसद में लंबे समय से बहस चल रही थी। कोरोना वायरस महामारी के कारण प्रभावित हुए लोगों की मदद करने और अर्थव्यवस्था में गति देने के इरादे से नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन इस समझौते को लागू करने के पक्ष में थे। जानकारी के अनुसार कांग्रेस में सोमवार को इस विधेयक पर मतदान किया जाएगा। सीनेट के बहुमत के नेता मिच मैक्कॉनेल के अनुसार यह अमरी लोगों के लिए एक और बड़ा राहत पैकेज होगा। इस पैकेज का इंतजार अमरीकी काफी समय से कर रहे थे।
Published on:
21 Dec 2020 11:14 am
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