
ग्रेट ब्रिटेन और उपनिवेशों के बीच का टकराव था अमरीकी क्रांति का सबसे बड़ा कारण
नई दिल्ली। वैश्विक घटनाओं में अमरीकी क्रांति का जिक्र सबसे पहले किया जाता है। इतिहास में अमरीका की क्रांति कुछ और नहीं, बल्कि ग्रेट ब्रिटेन और उसके उपनिवेशों के बीच का आपसी टकराव था, जो आर्थिक हितों को लेकर पैदा हो गया था। लेकिन कई मायनों में यह उस सामाजिक व राजनीतिक व्यवस्था के खिलाफ भी लोगों का आक्रोश था, जिसका महत्व अमरीका में पहले ही समाप्त हो गई थी। अगर संपूर्ण अर्थों में कहें तो अमरीका की क्रांति एक ही साथ आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक एवं धार्मिक अनेक शक्तियों का संयुक्त का परिणाम थी।
दरअसल, अमरीका में आकर बसने वाले अप्रवासी इंग्लैंड के लोगों के अपेक्षा कहीं अधिक स्वतंत्रता प्रेमी थी। जिसका सबसे बड़ा कारण यह था कि यहां का समाज यूरोप की तुलना में कहीं अधिक समतावादी था। इसके अलावा अमरीकी समाज की एक विशेषता सामंतवाद एवं अटूट वर्ग सीमाओं की अनुपस्थिति भी थी। असल में अमरीकी समाज में उच्चवर्ग के पास राजनीतिक एवं आर्थिक शक्ति कम थी, जबकि इसके विपरीत ब्रिटिश समाज के पास ये शक्तियां काफी अधिक थी। वहीं अमरीका में अधिकांश किसानों के पास जमीनें थी जबकि ब्रिटेन में सीमांत काश्तकारों एवं भूमिहीन खेतिहर मजदूरों की संख्या काफी अधिक थी। असली तकराव वहां से शुरू हुई जब नए महाद्वीप पर बसने वाले अप्रवासी ब्रिटिश कानून एवं संविधान के अनुसार कार्य करने लगे थे। इस समाज की अपनी अपनी राजनीति संस्थाएं थी।
दोषपूर्ण शासन व्यवस्था
दोषपूर्ण शासन व्यवस्था भी अमरीकी क्रांति का एक बड़ा कारण बनी। यहां औपनिवेशिक शासन को कंट्रोल करने के लिए ब्रिटिश सरकार एक गवर्नर की नियुक्ति करती थी। इस गवर्नर को सहायता देने के लिए एक कार्यकारिणी समिति भी होती थी। इस समिति के सदस्यों को ब्रिटिश ताज ही नियुक्त करती थी। इसके अलावा शासन व प्रशासन काम को अंजाम देने के लिए एक विधायक सदन/एसेम्बली होती थी। इस सदन में जनता के द्वारा निर्वाचित प्रतिनिधि होते थे। यहां कानूनों को स्वीकार करना व रद्द करने का अधिकार गवर्नर को ही था। इस व्यवस्था से उपनिवेशों की जनता में असंतोष पैदा हो गया।
Published on:
04 Jul 2018 10:59 am
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