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Video: अब फ्लाइट नहीं रॉकेट से करिए सफर, 15 घंटे की बजाए 30 मिनट में मुंबई टू न्यूयॉर्क

अभी फ्लाइ के जरिए मुंबई से न्यूयॉर्क जाने में 15 घंटे लगते हैं जबकि बीएफआर सेवा शुरु होने के बाद महज 30 मिनट का समय लगेगा।

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Chandra Prakash Chourasia

Sep 29, 2017

एडिलेड। बहुत जल्द ही एक देश से दूसरे देश या दूसरे शहर जाने के लिए आपको रॉकेट की सवारी करने को मिल सकती है। जी हां, अंतरिक्ष के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने की कोशिश करे रहे स्पेसएक्स के संस्थापक एलन मस्क ने ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड शहर में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष यात्री कांग्रेस (आईएसी) में अपनी नई योजना का खाका पेश किया है। एलन के मुताबिक अब दुनिया के किसी भी शहर से दूसरे शहर महज एक घंटे में पहुंचा जा सकेगा।

30 मिनट में मुंबई से न्यूयॉर्क
- अभी फ्लाइट के जरिए मुंबई से न्यूयॉर्क जाने में 15 घंटे लगते हैं जबकि बीएफआर सेवा शुरु होने के बाद महज 30 मिनट का समय लगेगा। बता दें कि मुंबई से न्यूयॉर्क की दूरी 12,530 किलोमीटर है।


- न्यूयॉर्क से लंदन जाने में पूरे 8 घंटे लगते हैं जबकि बीएफआर से सिर्फ 29 मिनट में पहुंच जाएंगे।


- न्यूयॉर्क से शंघाई की दूरी तय करने में महज 30 मिनट लगेंगे।

BFR में सवार होकर आसान होगा सफर
अंतरिक्ष तकनीक के आधार पर बीएफआर नाम का नई सवारी धरती पर एक शहर से दूसरे शहर के बीच परिवहन की शक्ल बदल देगा। यह बीएफआर 106 मीटर ऊंचा और 9 मीटर लंबा होगा। हालांकि इसका किराया 2016 में पेश किए गए अंतरिक्ष मॉडल से थोड़ा ज्यादा होगा

BFR की खास बातें
बीएफआर बनाने के लिए पुराने रॉकेट का किया जाएगा इस्तेमाल। यह एक कैप्शूल की तरह ही होगा, जिसे आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जा सकता है। ये फेल्कॉन 9 और ड्रेगन कैप्शूल की तरह ही होगा

मंगल पर इंसानों को भेजने की भी तैयारी
एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स मंगल पर बस्ती बनाने की योजना पर भी काम कर रही है। 2016 में पहली बार मस्क ने आईएसी के दौरान ही मंगल पर इंसानी बस्ती बसाने की योजना का खाका पेश किया था। अगर कंपनी अपनी योजना के अमुसार काम करती रही तो 2024 तक मंगल पर इंसानों को भेजा जा सकता है। इसके लिए स्पेस एक्स एक खास तरह के रॉकेट को बनाने की योजना में है। जिसके लिए 2018 से काम शुरु हो जाएगा।

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