
यूएस राष्ट्रपति चुनाव 2020
नई दिल्ली। अमरीका में अगले राष्ट्रपति के लिए चल रहे मतदान ( US Election 2020 ) के नतीजे कुछ घंटों में आ जाएंगे। इसके साथ ही ये भी साफ हो जाएगा कि अमरीकी जनता ने किसे चुना है। दोबारा डोनाल्ड ट्रंप या फिर जोए बिडेन। अमरीका के साथ पूरी दुनिया की नजरें इस चुनाव के परिणामों पर टिकी हुई हैं।
हालांकि चुनाव परिणाम आने में थोड़ा वक्त लग सकता है। क्योंकि कुछ इलाकों में तकनीकी गड़बड़ी बड़ा कारण है। आपको बता दें कि 244 साल पुराने इस लोकतंत्र में चुनाव परिणामों के देरी से आने का लंबा इतिहास रहा है। खास तौर पर एक बार यहां चुनावी लड़ाई 9 महीने तक चल चुकी है।
अमरीका चुनाव के नतीजों पर जहां पूरी दुनिया टकटकी लगाए बैठी है, वहीं हम आपको बता दें कि यहां पहले चुनावी परिणाम आने में काफी समय लगता था। परिणाम से पहले चुनावी लड़ाई भी लंबी खिंच जाती थी। एक बार तो ये चुनावी लड़ाई पूरे 9 महीनों तक चली।
इन उम्मीदवारों के बीच 9 महीने चली चुनावी लड़ाई
अमरीकी इतिहास की जानकारी रखने वाले इतिहासकारों के मुताबिक अमरीका में एक बार चुनावी लड़ाई ने सबसे लंबा वक्त लगाया। ये बात 1800 में हुए चुनाव की है, जबकि थॉमस जेफरसन और जॉन एडम्स के बीच चुनावी मुकाबला हुआ। 1800 में हुई ये चुनावी लड़ाई पूरे 9 महीने तक चली थी।
ट्रंप पर भी 9 महीने का असर
1800 के बाद इस चुनाव में भी राष्ट्रपति के लिए अप्रत्यक्ष रूप से 9 महीने की चुनावी लड़ाई शुरू हो चुकी थी। दरअसल अमरीका में 9 महीने पहले ही कोरोना वायरस महामारी की जानकारी लगी थी, ऐसे में राजनीतिक जानकारों की मानें तो अप्रत्यक्ष रूप से डोनाल्ड ट्रंप के लिए चुनावी लड़ाई तब से ही शुरू हो गई थी। क्योंकि अमरीका में इस महामारी ने जमकर तबाही मचाई है। दुनिया में कोरोना से सबसे ज्यादा मौत अमरीका में ही हुई हैं। अब तक सवा दो लाख से ज्यादा लोग कोरोना से जान गंवा चुके हैं।
1937 तक लगते थे तीन महीने
अमरीकी राष्ट्रपति के चुनाव के लिए सत्ता पर काबिज होने के लिए राष्ट्रपति को तीन महीने तक का इंतजार करना होता था। दरअसल लंबे चुनावों के चलते जनवरी की बजाय राष्ट्रपति मार्च के महीने में गद्दी संभालते थे।
2000 में भी एक महीने चली लड़ाई
वहीं वर्ष 2000 की बात करें तो यहां भी अमरीकी राष्ट्रपति के चुनाव की लड़ाई करीब एक महीने तक चली थी। नवंबर में हुए चुनाव के नतीजे 12 दिसंबर को घोषित किए गए थे।
दरअसल फ्लोरिडा में वोटों की गिनती बंद करने के लिए उस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था, जिसके बाद नतीजे सामने आए। आपको बता दें कि इस दौरान जॉर्ज डब्ल्यू बुश और अल गोर के बीच चुनावी मुकाबला था।
Published on:
04 Nov 2020 09:44 am
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