
सारस को अपने साथ रखने वाले अमेठी के मोहम्मद आरिफ पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के उल्लंघन का केस दर्ज हुआ है। साथ ही आरिफ को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा गया है। यह नोटिस उप प्रभागीय वनाधिकारी गौरीगंज की ओर से भेजा गया है।
बता दें कि आरिफ की सारस से साल 2022 में उस समय मुलाकात हुई थी, जब वो घायल था। आरिफ ने उसकी जान बचाई थी। इसके बाद दोनों में दोस्ती हो गई थी। करीब एक साल से सारस आरिफ और उनके परिवार के साथ ही रह रहा था।
सारस को मिला नया ठिकाना
बीते दिनों वन विभाग की टीम सारस को रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार लेकर चली गई थी। अब सारस को नया ठिकाना मिल गया है। उसे समसपुर पक्षी विहार से उन्नाव और उसके बाद कानपुर के चिड़ियाघर भेजा गया है। इसको लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "चिड़ियाघर में बंद परिंदा…ये कैसी आजादी है?"
चिड़ियाघर में क्वारंटाइन रहेगा सारस
कानपुर चिड़ियाघर की टीम ने बताया कि सारस को पक्षी विहार की टीम द्वारा यहां लाया गया है। इसे 15 दिन क्वारंटाइन रखा जाएगा। इसके बाद इसको चिड़ियाघर के उस बड़े हिस्से में छोड़ा जाएगा, जहां वो पेड़ों पर बैठ सकेगा। चिड़ियाघर प्रशासन ने बताया कि सारस एकदम स्वस्थ है। यहां केयर टेकर के अलावा किसी को जाने की अनुमति नहीं है।
अखिलेश ने सरकार पर बोला था हमला
उधर, शनिवार देर शाम एक बार फिर अखिलेश यादव ने सारस के बंद पिजरे का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, "सारस को तो कानपुर चिड़ियाघर भेज दिया… "क्या गोलू को भी गोरखपुर चिड़ियाघर भेजेंगे?" इससे पहले अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा था, 'यूपी के पक्षी-प्रेमी 'बी सैया' नामक गांव को बहुत धन्यवाद, जिसने सारस को बचाया, खिलाया पिलाया और वो काम कर दिखाया, जिसमें यूपी की सरकार नाकाम रही। सच तो ये है कि प्रेम से बड़ी सत्ता और कोई हो ही नहीं सकती… भाजपाई अगर समय रहते ये समझ लें तो शायद उनके अंदर की नफ़रत कुछ कम हो जाए।'
Published on:
26 Mar 2023 08:17 am
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