Agra Builder: यूपी की ताजनगरी आगरा में बिल्डर ने रेल कर्मचारी को पहले से लोन वाला प्लॉट बेच दिया। इसके बाद उस प्लॉट पर दोबारा लोन पास करवाकर मकान बना दिया। अब रेल कर्मचारी ने ताजगंज थाने में 45 लाख की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।
Agra Builder: उत्तर प्रदेश की ताजनगरी आगरा में रेलवे कर्मचारी के साथ 45 लाख रुपये की धोखाधड़ी हुई है। रेलवे कर्मचारी ने बिल्डर से 15 लाख का प्लाट खरीदा। इसके बाद उसी प्लॉट पर बिल्डर ने 30 लाख का लोन पास करवा दिया। फिर मकान बनाकर रेल कर्मचारी को दे दिया। रेलवेकर्मी का परिवार मकान में रहने लगा। इसके बाद एक दिन दूसरी बैंक ने उसके घर पर नोटिस चस्पा कर दिया। इसमें बताया गया कि प्लॉट पर पहले से लोन है। जो जमा नहीं किया गया है। इसलिए प्लॉट पर बैंक का कब्जा है। पीड़ित रेल कर्मचारी ने ताजगंज थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।
आगरा के नगला कली निवासी पंकज कुमार ने पुलिस को बताया कि वह रेलवे में कर्मचारी हैं। उन्होंने दौरेठा, मुरली विहार निवासी देवेंद्र सिंह सोलंकी से नगला कली स्थित केपीएस आशियाना में एक प्लॉट खरीदा था। इसके एवज में आरोपी ने उनसे 15 लाख रुपये एडवांस लिए थे।
इसके बाद मधुसूदन सिटी निवासी सोनी प्रभाकर और अजीत नगर निवासी निशा चौहान ने 24 नवंबर 2017 को उस प्लॉट का बैनामा कराया। बैनामा के बाद बिल्डर ने बैंक ऑफ बदौड़ा से तीस लाख रुपये का लोन पास कराया। इसके बाद प्लॉट पर उनका मकान बनवाकर उन्हें कब्जा दे दिया। वह मकान में रहने लगे।
पीड़ित रेल कर्मचारी ने आगे बताया कि एक सितंबर 2021 को यूनियन बैंक ने उसके मकान पर नोटिस चस्पा किया। इसके बारे में पूछताछ करने पर पता चला कि उसके प्लॉट पर इस बैंक से भी लोन लिया गया है। जो उसने नहीं लिया था। यह देख रेल कर्मचारी के होश उड़ गए। बाद में पता चला कि प्लाट पर सनी राज खन्ना के नाम से लोन लिया गया था। उन्होंने निशा और सोनी से बात की।
उन्होंने कहा कि बिल्डर से बात करें। देवेंद्र से बात की तो उसने सीधे मुंह जवाब नहीं दिया। उसे पहले से इस बात की जानकारी थी। बैंक उनका मकान लेना चाहती है। वह तो जमीन पर आ जाएंगे। 45 लाख रुपये की धोखाधड़ी हुई है। लोन लिया था। उसकी किस्त जमा कर रहे हैं। प्रभारी निरीक्षक ताजगंज जसवीर सिंह ने बताया कि देवेंद्र सोलंकी, ऋषि, निशा और सोनी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।