उत्तर प्रदेश के आगरा से लापता हुई महिला की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस ने प्रेमी को गिरफ्तार किया है, जिसने महिला की गला दबाकर हत्या कर शव सूखे कुएं में फेंक दिया था।
आगरा के ताजगंज के गांव पचगाईं खेड़ा से पांच फरवरी को लापता हुई 37 वर्षीय फिजा की 24 फरवरी की रात हत्या हो गई थी। ताजगंज पुलिस ने हत्या के आरोप में उसके प्रेमी भीमसेन यादव को गिरफ्तार किया है। गांव नौबरी के एक खंडहर भवन में गला घोंटकर हत्या के बाद आरोपित ने शव सूखे कुएं में फेंक दिया था। पुलिस ने सड़े हुए शव के अवशेष बरामद किए।
पुलिस के मुताबिक, राया, मथुरा निवासी सिदारी ने आठ फरवरी को ताजगंज थाने में दहेज उत्पीड़न का मुकदमा लिखाया था। मुकदमे में पचगाईं खेड़ा के सेठी व उसके घरवालों को नामजद किया था। आरोप लगाया था कि उसकी बेटी गायब है। पुलिस ने जांच शुरू की। पता चला कि सेठी के दो बच्चे हैं। वह दिल्ली में मजदूरी करता है।
दोनों बच्चों के साथ दिल्ली में रह रहा है। उसकी पत्नी फिजा के भीमसेन से संबंध थे। पिछले साल से इस बात पर घर में आए दिन क्लेश होता था। सेठी से पूछताछ हुई तो उसने बताया कि पत्नी को भीमसेन ले गया था। पुलिस ने फिजा की कॉल डिटेल निकाली। उसमें सबसे ज्यादा बातचीत भीमसेन के साथ निकली। फिजा का मोबाइल पहले बंद आता था। उसके मोबाइल की लोकेशन संभल में मिली।
पुलिस टीम संभल पहुंची। वहां पुलिस ने भीमसेन से खोज निकाला। पूछताछ हुई तो उसने बताया कि फिजा को उसने मार डाला। चार फरवरी को वह फिजा को लेकर दिल्ली चला गया था। 24 फरवरी को वापस आगरा आया। उसे गांव नौबरी में एक खंडहर में ले गया था। वहां गला घोंटकर हत्या कर दी। खंडहर से कुछ दूरी पर कुंआ है, वहां शव फेंक दिया था। पुलिस उसे लेकर कुएं पर पहुंची। शव के अवशेष बरामद किए। डीएनए कराया जाएगा।