Good News : राजस्थान के अजमेर में नए साल में अजमेर में 25 नए आंगनबाड़ी केन्द्र खुलेंगे। प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्र में गर्म दूध भी मिलेगा।
Good News : महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से प्रदेश में ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के छह साल तक के बच्चों को शिक्षा व स्वास्थ्य के साथ उनके सर्वांगीण विकास के लिए संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों की संख्या में नए साल से इजाफा होगा। जिले में विधानसभा क्षेत्रों में नए आंगनबाड़ी केन्द्र खोले जाने की मंजूरी के बाद इन्हें जनवरी से खोल दिया जाएगा। इनकी संख्या 25 से अधिक होगी। अब प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्र में गर्म दूध भी मिलेगा।
आंगनबाड़ी केन्द्रों का उद्देश्य बच्चों को शिक्षण के साथ उनकी माताओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी है। गर्भवती होने पर धात्री महिलाओं की गोदभराई की रस्म के जरिए उसे बच्चे के स्वस्थ पोषण की जानकारी दी जाती है। बच्चों के टीकाकरण आदि का ख्याल रखा जाता है।
आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों को गरम मीठे दूध का वितरण किया जाएगा। सरकार ने हाल ही में आदेश जारी कर मुख्यमंत्री अमृत आहार योजना के तहत आंगनबाडी केन्द्रों में तीन से छह वर्ष के आयु के बच्चों के लिए स्किम्ड मिल्क पावडर स्प्रे डाइड की योजना के तहत एक किलो के पाउच के जरिए इनका वितरण केन्द्रों पर किया जाएगा। इसके वितरण की रिपोर्ट मुख्यालय को देनी होगी।
अजमेर उत्तर- अंबेडकर नगर, अर्जुन नगर, देशवाली मोहल्ला, शांतिपुरा, रामदेव नगर।
अजमेर दक्षिण- चंद्रवरदाई नगर वार्ड 30, एचपी नगर नाका मदार वार्ड 55, अजय नगर वार्ड 26, माखुपुरा वार्ड 37, बालुपुरा वार्ड 39।
किशनगढ़ - अंराई में भारला, केरिया,किशनगढ़ शहर ब्रजविहार कॉलोनी,रामदेव कॉलोनी, बैरवा बस्ती नया गांव।
नसीराबाद - पीसांगन के बुधपुरा, अमृतपुरा, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, श्रीनगर के मिर्जापुर की ढाणी, रसूलपुरा।
पुष्कर- देवनगर, कायड़ तीन, पुष्कर शहरी क्षेत्र पोखरियो की ढाणी, वार्ड संख्या 22, धामणी की ढाणी नौलखा, लक्ष्छीपुरा डेरा मायापुर।
नए आंगनबाड़ी केन्द्र चिन्हित कर लिए गए हैं। आगामी जनवरी माह में इन्हें औपचारिक रूप से खोल दिया जाएगा। गत सप्ताह ही सरकार ने गर्म दूध का वितरण शुरू करने के आदेश दिए हैं। इसे भी क्रियान्वित किया जाएगा।
शैलेन्द्र कुमार, कार्यवाहक उपनिदेशक, महिला बाल विकास विभाग।
962 - अजमेर जिले में आंगनबाड़ी केन्द्र।
25 - जनवरी से नए खुलेंगे।
987 - कुल
62262 - विभिन्न योजनाओं में कुल लाभार्थी।
4224 - गर्भवती महिलाएं।
4047 - धात्री महिलाएं शिक्षण संग पोषण।
3757 - छह माह तक के बच्चे।
26309 - तीन साल तक के बच्चे।
23925 - छह साल तक के बच्चे।