आरोपी 2 साल से पाकिस्तानी हैण्डलरों से सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क में था। जांच से पता चला कि उसने संवेदनशील रणनीतिक जानकारी पाकिस्तान भेजी थी।
अलवर। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के लिए जासूसी के आरोप में अलवर जिले से गिरफ्तार आरोपी गोविंदगढ़ निवासी मंगत सिंह को जयपुर स्थित विशेष अदालत ने तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। विशेष लोक अभियोजक सुदेश कुमार ने बताया कि आरोपी मंगत सिंह को शासकीय गोपनीयता अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था।
उन्होंने बताया कि आरोपी खुद को सिद्ध पुरुष बताकर लोगों के बीच धार्मिक आस्था का लाभ उठाता था। आरोपी अलवर में काफी मशहूर था। वह लोगों से अनुष्ठान कराने के नाम पर जबरन पैसे वसूलता था। उस पर लंबे समय से नजर रखी जा रही थी। जब उसे निगरानी में लिया गया तो सामने आया कि उसका संपर्क पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के एक एजेंट से था। आरोपी दो साल से पाकिस्तानी हैण्डलरों से सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क में था।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जब हमने उस पर निगरानी रखी, तो पता चला कि वह एक पाकिस्तानी आईएसआई एजेंट से जुड़ा था, जिसका नंबर उसके फोन में 'ईशा शर्मा' और 'ईशा बॉस' नामों से सेव था। जांच से पता चला कि उसने संवेदनशील रणनीतिक जानकारी पाकिस्तान भेजी थी। जांच में 8,000 रुपए और 1,500 रुपए के लेन-देन का भी पता चला। हम अन्य लेन-देन की भी जांच कर रहे हैं।
जयपुर में विभिन्न इंटेलीजेंस एजेंसियों की ओर से की गई पड़ताल और उसके मोबाइल के तकनीकी परीक्षण पर तथ्यों की पुष्टि हुई। इसके बाद शुक्रवार को मंगत सिंह के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर सीआईडी इंटेलीजेंस राजस्थान की ओर से उसे गिरफ्तार किया गया था।
अधिकारियों के अनुसार राजस्थान इंटेलिजेंस और केंद्रीय एजेंसियां अब मंगत सिंह के संपर्कों, वित्तीय लेन-देन और अन्य संभावित नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही हैं। 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद से राजस्थान सीआईडी और इंटेलिजेंस एजेंसियां ऐसे जासूसी नेटवर्क पर कड़ी नजर रखे हुए हैं और लगातार कार्रवाई कर रही है।