उपमुख्यमंत्री भी नए जिलों के गठन को लेकर आनन-फानन में काम किया है। वहीं छात्रसंघ चुनाव की उम्मीद भी उपमुख्यमंत्री ने जताई है।
जयपुर। राजस्थान में नए जिलों को लेकर रार बरकरार है। मंत्रियों, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष, मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री सभी ने नए जिलों के अस्तित्व पर संकट के बादल बताए हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा तो यहंा तक कह चुके हैं तो नए जिलों के निर्माण पर पूर्व सरकार ने तो अति ही कर दी। वहीं अब उपमुख्यमंत्री भी नए जिलों के गठन को लेकर आनन-फानन में काम किया है। वहीं छात्रसंघ चुनाव की उम्मीद भी उपमुख्यमंत्री ने जताई है। दरअसल, उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा सोमवार को अलवर जिले के दौरे पर थे। वे दिवंगत विधायक जुबेर खान को श्रद्धांजलि देने आए थे।
डिप्टी सीएम बोले---छात्रसंघ चुनाव तो अब भी हो सकते हैं…
डिप्टी सीएम बैरवा ने छात्रसंघ चुनाव की उम्मीदों को बरकरार रखा है। उन्होंने कहा कि छात्रसंघ चुनाव तो अब भी हो सकते हैं। बैरवा ने कहा है कि मैं छात्रों की अच्छी शिक्षा और कॉलेजों के इंफ्रास्ट्रचर को मजबूत कर रहा हूं। कॉलेजों में प्रोफेसर्स की व्यवस्था की जा रही है। यह मेरा पहला दायित्व है। जहां तक बात है छात्रसंघ चुनाव की तो वह अभी भी हो सकते हैं।
आनन-फानन में बना दिए नए जिले
नए जिलों के गठन को लेकर उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने आनन-फानन में नए जिलों का गठन किया था। पंवार कमेटी और मंत्रिमंडल की ओर से समीक्षा की जा रही है। लोगों की भावनाओं के अनुरूप निर्णय लिया जाएगा। बैरवा ने कहा कि स्कूल-कॉलेजों में पीपीपी मॉडल पर एनसीसी खोलने के लिए हम तैयार हैं। इस मसले पर बातचीत भी हुई है।
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